उन्हें भी दो आसमान, फिर देखना उडान…इसी उक्ति को चरितार्थ कर रहे हैं दिव्यांग बच्चे. इन बच्चों के अंदर काम करने की अद्भुत क्षमता है. मगर जरूरत है केवल बेहतर देखभाल व सहयोग की. स्थानीय नगर भवन भतडीहा में शिक्षा विभाग के समावेशी शिक्षा के तत्वावधान में जिला स्तरीय कार्यशाला के दौरान दिव्यांग बच्चों को आगे बढ़ाने व उनके क्षमता प्रवर्द्धन को लेकर अतिथियों ने अपनी बातें रखी. मुख्य अतिथि डीडीसी स्मिता टोप्पो, एसडीओ वैद्यनाथ उरांव के साथ समावेशी शिक्षा के कोऑर्डिनेटर कांमशिला हेंब्रम ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर कार्यक्रम का उद्घाटन किया. इस दौरान डीडीसी श्रीमती टोप्पो ने कहा कि आज समाज में दिव्यांग बच्चों में कई प्रकार की प्रतिभाएं छिपी है. ऐसे बच्चों के अंदर छिपी प्रतिभाओं को उभारने की जरूरत है. बच्चों की प्रतिभा को किसी भी सामान्य बच्चों की तुलना में कम कर नहीं देखा जा सकता है. इनमें सामान्य से भी ज्यादा क्षमता रहती है. अपने संबोधन में एसडीओ श्री उरांव ने कहा कि दिव्यांग बच्चों की क्षमता का अवलोकन कर समाज में अभिभावक के साथ संबंधित लोगों को भी खास प्रश्रय देने की जरूरत है. कारण कि दिव्यांग बच्चों को सामान्य बच्चों से भी ज्यादा क्षमतायें रहती हैं. ऐसे बच्चों को सामान्य बच्चों की ही तरह पूरी तरह से आजादी देने की जरूरत है. इस दौरान डीइओ मिथिला टुडू ने भी अपनी ओर से बच्चों के विकास को लेकर बातें रखी. जिला कोऑर्डिनेटर कांमशिला हेंब्रम ने कार्यक्रम में समस्त अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि दिव्यांग बच्चों को भी अंदर से सामान्य बच्चों की तरह ही उन्मुक्त रहने, बेहतर पढ़ने, खाने व पहनने का शोक रहता है. उनके अंदर भी खेलने व कई बड़े काम करने की इच्छा रहती है. इस वजह से सभी की पहल से ही दिव्यांग बच्चों का भी समाज के सामान्य बच्चों की तुलना में आगे लाने की कोशिश की जा सकती है.
मो फैजल को डीडीसी ने लैपटॉप देने की घोषणा
कार्यक्रम के दौरान दिव्यांग बच्चों में कुल तीन को और उनके चार रिसोर्स पर्सन को भी पुरस्कृत किया गया. इस दौरान हाथ व पांव से दिव्यांग छात्र मो फैजल उल्लाह को पुरस्कृत करते हुए डीडीसी ने लैपटॉप देने की घोषणा की. बताया गया कि दिव्यांग फैजल आराम से कंप्यूटर चलाता है. उसकी प्रतिभा को देखते हुए एक कंप्यूटर देने की घोषणा की गयी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है