महागामा प्रखंड क्षेत्र के सभी गांवों में राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत संभावित कुष्ठ रोगियों की पहचान के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है. प्रखंड कुष्ठ प्रभारी असलम रिजवी ने बताया कि यह अभियान 10 नवंबर से 26 नवंबर तक संचालित होगा. अभियान का मुख्य उद्देश्य संभावित रोगियों की पहचान कर उन्हें समय पर उचित चिकित्सीय उपचार उपलब्ध कराना है. इस दौरान सहिया और मेल वर्कर घर-घर जाकर सर्वेक्षण कर रहे हैं. चिन्हित व्यक्तियों को आगे जांच एवं उपचार के लिए अस्पताल भेजा जाएगा, जहां चिकित्सक उन्हें आवश्यक दवाइयां प्रदान करेंगे. अभियान के लिए प्रखंड में कुल 264 टीमों का गठन किया गया है, जो क्षेत्रवार सर्वेक्षण कार्य में जुटी हैं. निगरानी के लिए एएनएम, एमपीडब्ल्यू और बीटीटी को पर्यवेक्षक के रूप में नियुक्त किया गया है, ताकि अभियान सुचारू रूप से संचालित हो और हर संभावित मरीज तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंच सकें. असलम रिजवी ने कहा कि कुष्ठ पूर्णतः इलाज योग्य रोग है, यदि इसका उपचार समय पर शुरू किया जाये. उन्होंने लोगों से अपील किया कि यदि किसी व्यक्ति के शरीर पर दाग, सुन्नपन या अन्य लक्षण दिखायी दें, तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें. इस अभियान से प्रखंड के सभी गांवों में कुष्ठ रोग के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और रोगियों की शीघ्र पहचान से उपचार प्रक्रिया और प्रभावी होगी.
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