चांदा पंचायत के चांदा गांव से समदा गांव तक जाने वाली सड़क वर्षों से जर्जर अवस्था में है. लगभग चार किलोमीटर लंबे इस मार्ग पर सड़क सैकड़ों गड्ढों में तब्दील हो गयी है, जिससे वाहन चालकों और राहगीरों के लिए यह मार्ग खतरे का संकेत बन गया है. यह सड़क महुआटोला और घोरिचक होते हुए जिला मुख्यालय तक जाती है और प्रतिदिन सैकड़ों छोटे-बड़े वाहन इसी मार्ग से गुजरते हैं. मार्ग के माध्यम से समय और दूरी दोनों की बचत होती है, बावजूद इसके मरम्मत के लिए कोई पहल नहीं की गयी है. स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि सड़क की हालत इतनी खराब है कि दिन के उजाले में भी लोग गिरकर चोटिल हो जाते हैं, जबकि बारिश के दौरान सड़क पानी से भर जाने के कारण वाहन चालक और पैदल मार्ग पर चलने वाले पूरी तरह से असुरक्षित हो जाते हैं. सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे उभर जाने से दुर्घटना का खतरा बढ़ गया है. ग्रामीण प्रेम हांसदा, सोनेलाल हांसदा, कालीदास मुर्मू, मनोज मरांडी और पृथा मरांडी ने बताया कि शाम के बाद सड़क पर चलना लगभग असंभव हो जाता है. उन्होंने कहा कि कुछ माह पूर्व इस सड़क का निर्माण कार्य मंत्री दीपिका पांडेय सिंह के द्वारा शुरू करने की आधारशिला रखी गयी थी, लेकिन आज तक निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हुआ. ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और संबंधित अधिकारियों से तत्काल सड़क निर्माण की मांग की है, ताकि आने वाले समय में किसी भी प्रकार की दुर्घटना या हादसे से लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके और आवागमन सुगम हो.
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