यूनाइटेड कोल वर्कर्स यूनियन के नेताओं ने किया जोरदार प्रदर्शन प्रतिनिधि, बोआरीजोर. राजमहल कोल परियोजना के एरिया कार्यालय के मुख्य द्वार के पास यूनाइटेड कोल वर्कर्स यूनियन (एटक ) के नेताओं ने नये श्रम कानून के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया. यूनियन के सचिव रामजी साह ने कहा कि भारत सरकार मजदूर विरोधी सरकार है. 20 श्रम कोड को बदलकर सरकार ने चार श्रम कोड लाया है. यह श्रम कानून बिल्कुल मजदूरों के खिलाफ है. सरकार का यह श्रम कानून काला कानून है. सरकार इस कानून को तुरंत वापस करे, अन्यथा मजदूर पूरे भरत वर्ष में आंदोलन करेंगे. मजदूर के हक एवं अधिकार कोई नहीं छीन सकता है. मजदूरों के मेहनत से ही देश विकसित हो सकता है. मजदूरों का शोषण किसी भी हाल में होने नहीं दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि इस कानून से मजदूर अपने हक एवं अधिकार की मांग नहीं कर सकते हैं. सरकार की मनमानी रहेगी. उन्होंने कहा कि पूर्व में भी इस कानून के खिलाफ यूनियन ने आंदोलन किया था. खनन क्षेत्र में बंदी भी किया गया था. भारत सरकार बंदी को देखते हुए काला कानून को लागू नहीं किया था, लेकिन अचानक शुक्रवार को सरकार ने कानून को लागू करने के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया. यह बिल्कुल गलत है. उन्होंने कहा कि काला कानून के विरोध में 26 नवंबर को संयुक्त ट्रेड यूनियन के बैनर तले परियोजना के एरिया कार्यालय के समक्ष जोरदार आंदोलन किया जायेगा. मौके पर रामस्वरूप, गुरु प्रसाद हाजरा, सीताराम महतो, राम सुंदर महतो, लखनदर लोहार आदि मौजूद थे.
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