राजमहल कोल परियोजना के ओसीपी कार्यालय परिसर में कोल इंडिया का 51वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया. इस अवसर पर महाप्रबंधक परिचालन सतीश मुरारी ने कोल इंडिया का झंडा फहराया और शहीद स्तंभ पर शहीद मजदूरों को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. महाप्रबंधक सतीश मुरारी ने कहा कि पिछला वित्तीय वर्ष कोल इंडिया के लिए विशेष रहा, जब 52.03 मिलियन टन कोयला का उत्पादन कर रिकॉर्ड स्थापित किया गया. इसमें राजमहल परियोजना का अहम योगदान रहा. उन्होंने बताया कि परियोजना केवल कोयला खनन तक सीमित नहीं है, बल्कि क्षेत्र के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. वर्तमान में महागामा में 300 बेड का अस्पताल निर्माणाधीन है, जिसमें ईसीएल द्वारा 307.44 करोड़ रुपये की राशि दी गयी है. इसके अलावा सीएसआर फंड के माध्यम से युवाओं को कौशल प्रशिक्षण देकर रोजगार से जोड़ा जा रहा है. सतीश मुरारी ने कहा कि कोल इंडिया देश को ऊर्जा प्रदान करने में अहम भूमिका निभा रही है. परियोजना के कोयला कामगार कठिन परिश्रम से कोयला उत्पादन कर एनटीपीसी को प्रदान कर रहे हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में 22 से 24 घंटे बिजली की सुविधा उपलब्ध है. उन्होंने बताया कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में राजमहल परियोजना अपने कोयला उत्पादन लक्ष्य से पीछे चल रही है और कोयला डिस्पैच की समस्या बनी हुई है. परियोजना के पास कोयला स्टॉक अधिक है और प्रबंधन नये ग्राहकों की तलाश कर अधिक से अधिक कोयला वितरण सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहा है. इस अवसर पर खनन मैनेजर ओपी चौधरी, संजीव कुमार, मोहम्मद शिवली, केके सिंह, दिवाकर कुमार, चंदन भारती, गुरु प्रसाद हाजरा, प्रवीण कुमार, निरंजन कुमार, नीरज कुमार, सुनील पंडित और पवन कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे.
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