बोआरीजोर प्रखंड के श्रीपुर बाजार, बसडीहा, राजाभीठा एवं राजमहल कोल परियोजना के ओसीपी कार्यालय के मुख्य द्वार पर मां काली की प्रतिमा स्थापित कर भव्य पूजा अर्चना की गयी. क्षेत्र में शांति, सुख एवं समृद्धि की कामना की गयी. श्रीपुर बाजार, बसडीहा और राजाभिट्ठा गांव के मंदिर प्रांगण में भव्य मेला आयोजित किया गया, जिसमें पूजा समिति एवं ग्रामीणों ने सक्रिय सहयोग दिया. राजाभिट्ठा में दो दिवसीय नाटक का मंचन हुआ और पूजा के बाद महाप्रसाद वितरण किया गया.
काली के दर्शन को लेकर श्रद्धालुओं की भारी भीड़
प्रखंड के भेलाटीकर गांव में काली पूजा की धूम रही. माल मंडरो से आधा किलोमीटर दूर स्थित मंदिर में भक्तों ने पूजा-अर्चना कर मनोकामनाएं मांगी. मेला समिति के रितेश कुमार ने बताया कि यहां की प्रसिद्ध मैया अपनी सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं. मंगलवार को सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी, सैकड़ों बकरों की बलि दी गयी. गुरुवार को यहां भव्य मेला और भक्ति जागरण का आयोजन होगा.काली पूजा के साथ धूमधाम से मनाया गया दीपावली उत्सव
महागामा के बसुआ चौक, उर्जानगर, खदहरामाल, सरभंगा, ज्ञानचक, भंडारीडीह, लहठी, नयानगर व पथरकानी गांवों में मां काली की प्रतिमा स्थापित कर विधिवत पूजा-अर्चना की गयी. मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ी, जहां मनोकामना पूरी होने पर बकरी की बलि भी दी गयी. सरभंगा के तांत्रिक काली मंदिर में दीपावली की शाम श्रद्धालुओं ने अरहर की डाली से झाड़ू व दंड देकर पूजा की. मंदिर परिसर में दो दिवसीय मेला आयोजित किया गया. दीपावली पर्व के अवसर पर महागामा बाजार और आसपास के ग्रामीण क्षेत्र दीयों और लाइटिंग से जगमगाये. लोग अपने घरों और दुकानों में गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियां स्थापित कर विधिपूर्वक पूजा-अर्चना के साथ रंगोली बनायी. आतिशबाजी की गयी और मिठाइयां बांटकर एक-दूसरे को दिवाली की शुभकामनाएं दी गयीं. बच्चों में इस त्योहार को लेकर खासा उत्साह देखने को मिला.
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