महागामा प्रखंड क्षेत्र के महर्षि मेंहीं हृदय धाम हाहाजोर लहठी के स्थापना दिवस पर आयोजित दो दिवसीय संतमत सत्संग संपन्न हो गया. सत्संग कार्यक्रम में देश के विभिन्न राज्यों के तीर्थ स्थान से लगभग डेढ़ सौ संत महात्माओं ने भाग लिया. इस दौरान हजारों की भीड़ संत महात्माओं के दर्शन और प्रवचन सुनने के लिए उमड़ पड़ी. संत महात्माओं ने सत्संग और संत की महिमा पर प्रकाश डाला. हरिद्वार से आये स्वामी ज्ञान शिखर जी महाराज ने सत्संग वाचन करते हुए कहा कि जिन्होंने संत चरण को पकड़ लिया, उन्हें परमात्मा की प्राप्ति हुई. भगवान श्री राम कृष्ण सभी ने गुरु धारण किया था. सच्चे संत सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज द्वारा बताये साधना विधि एवं विधि निषेध का पालन कर मानव अपना परम कल्याण कर सकता है. त्रिवेणी संगम संतमत सत्संग के संस्थापक संरक्षक आचार्य स्वामी श्रद्धानंद जी महाराज ने सत्संग वाचन करते हुए कहा कि प्रत्येक मानव ईश्वर दर्शन कर सकता है. ईश्वर की प्राप्ति तीर्थ स्थान की यात्रा से संभव नहीं है. परमात्मा कण-कण में व्याप्त हैं. बैठकर सुषुम्ना में ध्यान करने से प्रकाश शब्द के सहारे ईश्वर तक पहुंचा जा सकता है. सच्चाई और सबूरी से जीवन व्यतीत करना चाहिए. मंचासीन अभिषेक बाबा, मनु बाबा सहित दर्जनों संत महात्माओं ने सत्संग वाचन किया. अंतिम पाली में एसडीओ आलोक वरण केसरी, एसडीपीओ चंद्रशेखर आजाद, थाना प्रभारी शिवदयाल सिंह, सीओ डॉक्टर खगेंद्र महतो सहित अन्य कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे. आरती विनती के साथ सत्संग कार्यक्रम का समापन हुआ.
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