पथरगामा प्रखंड के लखनपहाड़ी पंचायत अंतर्गत लखनपहाड़ी गांव में शुक्रवार की रात्रि श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया गया. कथा व्यास नीलकंठ जी महाराज ने भगवान कृष्ण द्वारा अंगुली पर गोवर्धन पर्वत उठाने का प्रसंग सुनाया. उन्होंने बताया कि जब इंद्रदेव का प्रकोप बढ़ गया, तब कृष्ण के कहने पर नंद बाबा और समस्त ग्रामवासियों ने गिरिराज गोवर्धन की पूजा-अर्चना की. इसके बावजूद क्रोधित इंद्रदेव ने सात दिनों तक गोकुल में अतिवृष्टि की, जिससे चारों ओर हाहाकार मच गया. इस संकट में भगवान कृष्ण ने अपनी कनिष्ठा अंगुली पर गोवर्धन पर्वत उठाकर गोकुलवासियों की रक्षा की. भागवत कथा के आयोजन से श्रद्धालु भक्तजन भक्ति के रस में सराबोर हो उठे. सभी ने गोवर्धनधारी जय कन्हैया लाल के जयकारे लगाए। इस अवसर पर 56 भोगों का आयोजन किया गया और श्रद्धालुओं में महाप्रसाद वितरित किया गया. यजमान शोभाकांत झा और पत्नी रीता देवी सहित ग्रामीणों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को और भव्य बनाया. कथा के माध्यम से भगवान कृष्ण की लीलाओं का संदेश सभी श्रद्धालुओं तक पहुंचा और भक्ति भाव से कार्यक्रम का समापन हुआ.
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