गोड्डा : गोड्डा विधान सभा उपचुनाव को लेकर शहर से लेकर गांव के चौपालों में चर्चा तेज हो गयी हैं. विधानसभा क्षेत्र के सर्वाधिक क्रियाशील प्रखंड बसंतराय के बोदरा गांव के लोगों के बीच चुनाव को लेकर कई बातें चर्चाओं में शामिल है.
शुक्रवार को चुनावी चौपाल के तहत प्रभात खबर ने लोगों की चर्चाओं पर विशेष तौर पर गौर किया. तपती दोपहर में गांव के लोग आपस में चुनाव को लेकर चर्चा कर रहे थे. महत्वपूर्ण बात यह है कि यहां के लोग वर्षों से फ्लोराइड युक्त पानी पी रहे हैं. चौपाल पर यही चर्चा हो रही थी इतने नेता चुने लेकिन इस पानी से मुक्ति नहीं मिल पायी. उम्मीद इसी चुनाव से जुड़ी है.
दूषित पानी पर गांव के लोग जनप्रतिनिधियों से पूछेंगे सवाल
अब तो चुनाव बड़े लोगों की चीज हो गयी है. पैसे वाले ही चुनाव लड़ सकते हैं. चुनाव में खर्च भी काफी है, ठनठन गोपाल वाले उम्मीदवार को वोटर घास डालना भी नहीं चाहते हैं. आजकल चुनाव की परिभाषा बदल गयी है.
डीएन झा, सेवानिवृत शिक्षक.
चुनाव में कई बातें लोगों के बीच है. बोदरी गांव के लोग दशक से फलोराइड युक्त जहरीला पानी पीने को मजबूर हैं. गांव के 90 प्रतिशत लोग बीमार है, बच्चे हो या बूढ़े सभी के दांत पीले हो गये हैं. पानी के कारण 20 वर्ष की उम्र में ही स्त्री पुरुष दोनों को हड्डी दर्द की शिकायत होती है
अरविंद झा, ग्रामीण.
गांव के लगभग लोगों का सिस्टम से विश्वास उठता जा रहा है. केवल तामझाम से नहीं बल्कि लोगाें की समस्या व सुविधाओं का ख्याल रखना आवश्यक है. विभिन्न दल के साथ निर्दलीय प्रत्याशी गांव आकर अपनी ओर से वोट की मांग करते हैं. मगर गांव के लोग भी उन्हें सही बात नहीं बताते ,अपनी पैनी नजर सभी पर रखे हैं.
किशोर झा, ग्रामीण
अभी तो रात और दिन गांव में नेताओं का आना जाना लगा है, नेता हर बात पर कहते है सब हो जायेगा, सब हो जायेगा इस बार वोट दीजिए कायाकल्प हो जायेगा, मगर क्या होगा इस बात को लेकर फिर से चिंता हो रही है.
पावस झा, युवा वोटर.
चर्चा में यह बात सामने आ रहा है कि चुनाव में अगर कोई भी प्रत्याशी अपनी ओर से पीठ ठोक रहे हैं तो गलत है, गर्म हवा का झोंका अभी बांकी है. वोटर की गर्मी से लू लगना तय है. अब तो हर कोई एक ही बात कहता है , रास्ता जैसा दिखायेंगे वोटर उसी रसते पर नहीं बल्कि रास्ते बदल सकते हैं.
अशोक मंडल, ग्रामीण.
गांव के फलोराइड युक्त पानी के बदले शुद्ध पानी की व्यवस्था अब तक नहीं होना उम्मीदवारों को इस चुनाव में पानी पिलाने से कोई नहीं रोक सकता है. गांव में 800 सौ वोटर है सभी वोटर हर मामले पर बदले की भावना से ग्रसित है.
मुन्ना झा, ग्रामीण.