दिवाली के अवसर पर गोड्डा जिला स्वास्थ्य विभाग ने त्योहार को सुरक्षित और स्वास्थ्यवर्धक बनाने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. पटाखों से जलने, आंखों में चोट या सांस लेने में तकलीफ जैसी आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए विशेष इंतजाम किये गये हैं. सदर अस्पताल सहित सभी रेफरल व सीएचसी को अलर्ट मोड पर रखा गया है. अस्पतालों में 24 घंटे इमरजेंसी सेवाएं चालू रहेंगी ताकि किसी भी अप्रत्याशित स्थिति में त्वरित उपचार उपलब्ध कराया जा सके. सदर अस्पताल में पहली मंजिल पर स्थित बर्न वार्ड में 10 बेड आपातकालीन रोगियों के लिए विशेष रूप से आरक्षित किये गये हैं. अस्पताल अधीक्षक डॉ. ताराशंकर झा ने जानकारी दिया कि दिवाली के दिन नेत्र रोग विशेषज्ञ, सर्जन, स्त्री रोग विशेषज्ञ और एनेस्थीसिया विशेषज्ञ की टीमें चौबीसों घंटे ड्यूटी पर रहेंगी. प्रत्येक अस्पताल में प्रशिक्षित नर्सिंग स्टाफ, जलने से संबंधित उपचार सामग्री, बर्न ड्रेसिंग किट, जेल, दवाएं और ऑक्सीजन सिलेंडर की पर्याप्त व्यवस्था की गयी है. साथ ही एम्बुलेंस सेवाएं भी सतत रूप से उपलब्ध रहेंगी.
लोगों से अपील: सतर्कता रखें, किसी भी स्थिति में घबराएं नहीं
डॉ. झा ने लोगों से अपील की है कि वे त्योहार का आनंद सावधानीपूर्वक लें और पटाखे जलाते समय सतर्कता बरतें. उन्होंने कहा कि आपात स्थिति में घबराने की बजाय नजदीकी सरकारी अस्पताल में तुरंत संपर्क करें, जहां उपचार के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

