प्रखंड के राष्ट्रीय अवार्ड से सम्मानित पंचायत कपिलो के चानो में ग्रामीण पेयजलापूर्ति योजना हर घर नल जल के तहत 16 करोड़ रुपये की लागत से पानी टंकी का निर्माण निलेश कंस्ट्रक्शन द्वारा बीते 6 वर्ष पूर्व कराया गया था. टंकी के निर्माण के बाद से अब तक लोगों को सुचारू रूप से पानी की आपूर्ति नहीं हो पाई है. कभी मोटर जल जाने, कभी ट्रांसफार्मर जल जाने, कभी मजदूरों का बकाया भुगतान नहीं होने तो कभी लाखों रुपये का बिजली बिल बकाया जमा नहीं करने जैसे कारणों से यह बंद है. लोगों को पानी तो मिला नहीं, लेकिन संवेदक के रखरखाव की जो 5 वर्षो की योजना थी, वह पूरी भी हो गयी. इसका परिणाम है कि संवेदक की मनमानी व अधिकारियों की लापरवाही के कारण 6 माह से जलापूर्ति बंद है. इसके बावजूद कोई इसकी सुध लेनेवाला नहीं है.
कोडरमा की सांसद सह मंत्री इसे गंभीरता से लेते हुए कार्यपालक अभियंता को लगा चुकी हैं कड़ी फटकार
बता दें कि कपिलो पानी टंकी से लोगों को पानी नहीं मिलने से नाराज कोडरमा की सांसद सह केंद्रीय बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने बीते साल 024 में विभाग के कार्यपालक अभियंता को कड़ी फटकार लगाते हुए अविलंब पानी की सप्लाई शुरू करने का निर्देश दिया था, लेकिन विभागीय अधिकारियों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ा.
विभागीय एसडीओ, कनीय अभियंता व प्रमुख ने टंकी को चालू कराने को की थी बैठक
टंकी से पानी की सप्लाई नियमित रुप से हो, इसे लेकर विभागीय एसडीओ मोहन लाल मंडल, कनीय अभियंता अजय रजवार व प्रमुख रामू बैठा ने कपिलो में बैठक कर मुखिया मुकेश यादव को इसे हैंडओवर लेने को कहा था और नहीं तो प्रमुख को हैंडओवर देने की बात कही थी. इसमें मुखिया मुकेश यादव ने अधिकारियों से कहा था कि जहां जहां पाइप को अच्छी तरह से नहीं बिछाया गया है, साथ ही जहां पानी नही पहुंच पा रहा है, उसे दुरुस्त करें. एक सप्ताह तक पानी नियमित चालू दिखाया जाय, बकाया बिजली बिल 29 लाख का भुगतान किया जाय, उसके बाद हम इसे हैंडओवर लेने को तैयार हैं. कहा कि इसे प्रमुख को हैंडओवर कैसे दे सकते हैं, जब जल प्रबंधन समिति का संचालन किया जा रहा है. इसके बाद अधिकारी वापस लौट गए और फिर इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया.
क्या कहते हैं मुखिया
मुखिया मुकेश यादव ने कहा कि संवेदक की मनमानी व अधिकारियों की लापरवाही के कारण 6 माह से पानी की सप्लाई बंद है. संवेदक ने जैसे तैसे अधूरा कार्य कर दिया है, जिसका परिणाम है कि कई गांव मे पानी चढ़ता ही नहीं है. कई बार जल प्रबंधन समिति द्वारा मामले को उठाया गया, लेकिन अधिकारी सुनते ही नहीं है, और न ही संवेदक अधूरे कार्य को पूरा कर रहा है. इसी के कारण करोड़ों रुपये की लागत से बनी पानी टंकी बेकार साबित हो रही है. ।क्या कहते हैं पीएचइडी के कनीय अभियंता
कनीय अभियंता अजय रजवार ने कहा कि मुखिया जी का आरोप गलत है. कपिलों पानी टंकी को चालू कराने को लेकर वे प्रयास कर रहे हैं. साथ ही संवेदक से पानी टंकी के प्राक्कलन को मांग कर उसका भी अध्धयन कर रहे हैं. प्राक्कलन के अनुरूप संवेदक से कार्य करवाया जाएगा. कहा कि कपिलो में 4 वर्षी से जल प्रबंधन समिति गठित है, लेकिन नई गाइडलाइन के अनुसार एक पंचायत से ज्यादा पंचायत में पानी की सप्लाई होने पर प्रमुख को अध्यक्ष बनाया जाना है. उसे भी देखा जा रहा है.
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