प्रभात खबर आपके द्वारा कार्यक्रम में महिलाओं ने सुनायी पीड़ा
गिरिडीह नगर निगम क्षेत्र का वार्ड संख्या 11 में पेयजल जैसी बुनियादी सुविधा के अभाव में लोगों को परेशान होना पड़ रहा है. बुधवार को प्रभात खबर आपके द्वारा कार्यक्रम में बड़ी संख्या में वार्ड के लोग शामिल हुए और उन्होंने अपने इलाके की समस्याएं खुलकर सामने रखीं. खासकर महिलाओं ने वार्ड में व्याप्त बदहाली की दास्तान सुनायी. बताया कि इस वार्ड की आबादी लगभग 10 हजार है. लेकिन यहां के लोगों को अब तक पानी, सड़क और नाली जैसी बुनियादी सुविधाएं भी नसीब नहीं हुई है. स्थानीय निवासी मनोज कुमार समेत अन्य लोगों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि सालों से समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं. लेकिन प्रशासनिक स्तर पर कोई सार्थक प्रयास नहीं हो रहा है. कार्यक्रम में सबसे अधिक चर्चा और चिंता का विषय पानी की समस्या रही. लोगों ने बताया कि गर्मी के मौसम में हालात और भी खराब हो जाते हैं. पूरे वार्ड में मात्र एक वॉटर सप्लाई यूनिट स्थापित की गयी थी जो अब पूरी तरह बेकार साबित हो चुकी है. आंबेडकर मोहल्ला के निवासियों ने बताया कि यहां के लोग आज भी एक पुराने कुएं के सहारे जीवन यापन कर रहे हैं, लेकिन गर्मी के दिनों में जब जलस्तर नीचे चला जाता है, तब यह विकल्प भी काम नहीं आता. मजबूरी में लोगों को दूर-दराज से पानी लाना पड़ता है या पैसे खर्च कर पानी खरीदना पड़ता है. इस संवाद कार्यक्रम में महिलाओं ने भी खुलकर अपनी बातें रखीं. उन्होंने कहा कि घर-गृहस्थी चलाने में सबसे बड़ी परेशानी पानी की ही होती है. सुबह-शाम पानी के लिए मशक्कत करना अब रोजमर्रा की मजबूरी बन गयी है. कई बार बच्चों की पढ़ाई और बुजुर्गों की देखभाल भी इस वजह से प्रभावित होती है.वाटर सप्लाई यूनिट बना सफेद हाथी, वार्ड के लोग गंदा पानी पीने को मजबूर
शहर के विकास के दावों के बीच आदर्श नगर की जनता बुनियादी सुविधाओं से अब भी वंचित है. लगभग 6 से 7 साल पहले यहां पर पानी की सप्लाई के लिए एक वाटर सप्लाई यूनिट की स्थापना की गयी थी, लेकिन कुछ ही समय बाद यह यूनिट खुद ही पानी की कमी और लचर रख-रखाव का शिकार हो गया. स्थानीय निवासियों ने बताया कि यूनिट निर्माण के बाद शुरुआत में कुछ समय तक इसका लाभ मिला, लेकिन एक से दो साल के भीतर ही फिल्टर सिस्टम खराब हो गया और देखरेख के अभाव में यह पूरी यूनिट धीरे-धीरे निष्क्रिय होती चली गई. अब स्थिति यह है कि पूरे वार्ड में बिना फिल्टर किए हुए अशुद्ध पानी की सप्लाई की जा रही है. बिना फिल्टर पानी पीने के कारण लोगों में बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ गया है. स्थानीय निवासी मजबूरी में वही अशुद्ध पानी उपयोग करने को विवश हैं जिससे बच्चों और बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है. कुछ परिवारों ने निजी स्तर पर फिल्टर लगवाए हैं, लेकिन यह हर किसी के बस की बात नहीं. वाटर यूनिट में लगाए गए फिल्टर मशीन अब कबाड़ में तब्दील हो चुके हैं. न तो उसकी मरम्मत कराई गई और न ही किसी अधिकारी ने अब तक सुध ली है. जनता की शिकायतें अधिकारियों तक कई बार पहुंचाई गईं, लेकिन समाधान की कोई पहल नहीं हुई. स्थानीय लोगों ने मांग की है कि वाटर सप्लाई यूनिट को तत्काल प्रभाव से दुरुस्त किया जाए और फिल्टर सिस्टम को पुनः चालू किया जाए, ताकि लोगों को शुद्ध पेयजल मिल सके. साथ ही इस यूनिट की नियमित जांच और रख-रखाव की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये.
बदहाल नाली और जर्जर सड़कों से भी परेशान हैं वार्ड के लोग
पानी की समस्या के साथ-साथ नाली और सड़क की बदहाल स्थिति ने यहां के लोगों की परेशानियों को और भी बढ़ा दिया है. प्रभात खबर आपके द्वारा कार्यक्रम के तहत हुए संवाद में स्थानीय लोगों ने इन मुद्दों को प्रमुखता से उठाया. स्थानीय निवासी रामसेवक दास, मनोज दास समेत अन्य निवासियों ने बताया कि वार्ड में आंबेडकर मोहल्ला, शिव मोहल्ला, रविदास मोहल्ला, कहर टोली, चौधरी मोहल्ला, पटेल नगर, मोरियापुरी कॉलोनी, सिहोडीह और चंद्रवंशी नगर जैसे कई मोहल्ले आते हैं. लेकिन आज तक एक भी मोहल्ले में ढंग की नाली नहीं बनाई गई है. कुछ जगहों पर नाली बनी भी है तो वह गंदगी से भरी रहती है और सड़क पर बहती रहती है. स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि नाली निर्माण कार्य केवल दिखावे के लिए किया जाता है. ठेकेदार नाली बना तो देते हैं, लेकिन सफाई की कोई व्यवस्था नहीं होती. कुछ ही दिनों में नालियां भर जाती हैं और गंदा पानी सड़क पर बहने लगता है. इससे न सिर्फ बदबू और गंदगी फैलती है, बल्कि मच्छरों और बीमारियों का खतरा भी बना रहता है. बताया गया कि सिहोडीह हनुमान मंदिर से पटेलनगर को जोड़ने वाली सड़क की हालत तो और भी दयनीय है. लोगों ने बताया कि इस सड़क पर पूरे साल पानी भरा रहता है और वह सड़क कम, नाला ज्यादा लगती है. बारिश के मौसम में तो स्थिति और भी भयावह हो जाती है पानी इतना भर जाता है कि वहां से पैदल गुजरना भी मुश्किल हो जाता है, वाहन चलाना तो दूर की बात है. स्थानीय निवासियों ने बताया कि उन्होंने कई बार नगर निगम और संबंधित अधिकारियों को इन समस्याओं से अवगत कराया है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. न नालियों की सफाई होती है, न सड़कों की मरम्मत. लोग अपनी समस्याओं को लेकर थक चुके हैं, लेकिन जिम्मेदारों की नींद नहीं टूटी है.क्या कहते है वार्ड के लोग
इस मोहल्ले में विकास के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गई है, वार्ड 11 का सिर्फ मुख्य सड़क ही ठीक है, अंदर के सड़कों की स्थिति बिल्कुल भी खराब है, कई बार इसे लेकर शिकायत की गई लेकिन कोई भी इसपर ध्यान नहीं देता. प्रशासन को इसपर संज्ञान लेकर जल्द ही दुरुस्त करने की आवश्यकता है.
भगवान लाल बरनवाल, सिहोडीह
यहां पर सिर्फ नाम का वाटर सप्लाई यूनिट लगाया गया है, नदी का पानी बिना फिल्टर किए ही लोगों के घरों में सप्लाई किया जाता है, जो बिल्कुल भी पीने लायक है, लेकिन कुछ लोगों को मजबूरी में इसका सेवन करना पड़ता है. जिससे उनकी स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है. प्रशासन को जल्द ही इसपर संज्ञान लेने की जरूरत है.मुकेश राम, सिहोडीहनलों में गंदा पानी आने के वजह से मोहल्ले के एक मात्र कुएं से पानी पीना पड़ता है, लेकिन गर्मियों के दिनों में उसका जलस्तर कम हो जाता है, जिसके वजह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. उन्होंने प्रशासन से मांग की है जल्द ही इस समस्या पर संज्ञान लेकर इसका निष्कर्ष निकाला जाए.गीता देवी, आंबेडकर मोहल्लावार्ड में सिर्फ नाम के लिए नाली का निर्माण किया गया है, जब से इलाके में नाली का निर्माण किया गया है, तब से यह गंदा पड़ा हुआ है, ना ही इसे कोई देखने वाला है और न ही कोई इसे दुरुस्त करने वाला है, जनप्रतिनिधि भी सिर्फ चुनाव के समय वोट मांगने के लिए आते है, चुनाव खत्म होने के बाद कोई नजर तक नहीं आता है.
नेहा कुमारी, आंबेडकर मोहल्ला
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