सिहोडीह के चौधरी मोहल्ला स्थित स्तुति बैंक्वेंट पैलेस में चल रहे सात दिवसीय श्रीमद् भगवत कथा के पांचवें दिन शुक्रवार को कथावाचक प्रशांत मुकुंद प्रभु ने कहा कि जीवन में दूसरे को दर्द देनेवाला व्यक्ति सुखी नहीं रह सकता है. जो दूसरे को दर्द देता है उसे भी दर्द मिलता है. कहा कि प्रथा के नाम पर पशु बलि पाप है. पशु हत्या करनेवाले को दंड मिलता है. कथावाचक प्रशांत मुकुंद प्रभु ने भगवान कृष्ण के वृंदावन के लीलाओं का वर्णन किया. कहा कि श्री कृष्ण ने जन्म लेते ही अदभुत कार्य करना शुरु कर दिया. भगवान छोटे बालक के रुप में जन्म लेते है, पर विशाल कार्य करते है. भगवान श्री कृष्ण ने जन्म के छठे दिन ही अपनी लीला दिखानी शुरु की दी. गिरिडीह के उद्योगपति अजय बगेड़िया व उनकी धर्मपत्नी संगीता बगेड़िया के द्वारा बड़े ही भक्ति भाव से भागवत कथा प्रारंभ किया गया है. बताया गया कि गिरिडीह शहर को भागवत गीता के उपदेश से कल्याण करने के लिए द्वारिका दिल्ली इस्कॉन से प्रशांत मुकुट प्रभु जी पधारे हैं.
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