पुलिस के पहल नहीं किया जाने से पीड़ित परेशान हैं. जानकारी के अनुसार शैलेश कुमार ने एक कंपनी का प्रोडक्ट ऑर्डर किया था. पार्सल आने पर पता चला कि उन्हें गलत सामान भेज दिया गया है. इसके बाद उन्होंने प्रोडक्ट को कैंसिल कर दिया. इसी सिलसिले में उन्हें एक अज्ञात नंबर से फोन आया. कॉल करने वाले ने खुद को कंपनी प्रतिनिधि बताया और रिफंड प्रक्रिया के नाम पर ओटीपी मांगा. पीड़ित ने जैसे ही ओटीपी साझा किया, उसके कुछ ही देर बाद उनके बैंक खाते से 2,20,973 रुपये निकाल लिया गया. पीड़ित ने तुरंत साइबर थाना में लिखित आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की. लेकिन, शिकायत के डेढ़ वर्ष से अधिक बीतने के बाद भी कोई पहल नहीं हुई है.
क्या कहते साइबर डीएसपी
साइबर डीएसपी आबिद खान ने बताया कि उन्हें भी इस ठगी की जानकारी नहीं है. साइबर पुलिस इस प्रकरण की दोबारा जांच कर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करेगी. उन्होंने लोगों से भी किसी भी स्थिति में ओटीपी, बैंक विवरण या निजी जानकारी किसी अज्ञात व्यक्ति के साथ साझा नहीं करने की अपील की.
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