डीसी ने एक-एक कर उपस्थित नागरिकों की शिकायतें सुनीं तथा संबंधित विभागीय अधिकारियों को मौके पर ही आवश्यक निर्देश दिये. कहा कि जनता दरबार शासन-प्रशासन व आम नागरिकों के बीच संवाद का माध्यम है. इससे ना केवल लोगों की समस्याओं का प्रत्यक्ष समाधान होता है, बल्कि जनता का विश्वास भी प्रशासनिक व्यवस्था पर मजबूत होता है. जनता की समस्याओं को सुनना व समस्याओं का समय पर समाधान करना प्रशासन की जिम्मेदारी है. जनता दरबार में लगभग 40 आवेदन प्राप्त हुए, जिसमें बिजली विपत्र, भूमि विवाद, पेंशन, पारिवारिक कलह, रोजगार, सामाजिक सुरक्षा, आवास, राशन कार्ड और जनसुविधा से संबंधित विषय प्रमुख रहें. डीसी ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रत्येक आवेदन पर त्वरित कार्रवाई करें, ताकि जनता को परेशान नहीं होना पड़े.
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