दुखद. मधुबन थाना क्षेत्र के लटकट्टो पिकेट के पास स्कॉर्पियो और बाइक की टक्कर में छह लोगों के मारे जाने का मामला
स्कॉर्पियो सवार बैंक मैनेजर सोमेश चंद्रा, गोपाल कुमार, गुलाब कुमार और फूलचंद महतो व बाइक सवार बबलू टुडू और हुसैनी मियां की हुई मौत
घटना की जानकारी मिलते ही प्रभावित परिवारों में मची चीख-पुकार
शवों का पोस्टमार्टम करा पुलिस ने परिजनों को सौंपा
डुमरी-गिरिडीह पथ पर मधुबन थाना क्षेत्र के लटकट्टो पिकेट के पास मंगलवार की देर रात सड़क दुर्घटना में छह लोगों की मौत हो गयी. स्कॉर्पियो और बाइक की आमने-सामने टक्कर हुई. पुलिस के अनुसार, सभी की मौके पर ही मौत हो गयी. मधुबन पुलिस को स्कॉर्पियो से शवों को बाहर निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी. सूत्रों के मुताबिक, शव काफी क्षत-विक्षत स्थिति में थे. स्कॉर्पियो के एंगल काटकर सभी शवों को बाहर निकाला गया. इन शवों को एक वाहन में लादकर सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया. इस दौरान मृतकों के परिजन सहित कई स्थानीय लोग वहां पर मौजूद थे.जसीडीह स्टेशन से ड्राइवर को लेकर निमियाघाट लौट रहे थे बैंक मैनेजर
बैंक मैनेजर सोमेश चंद्र जसीडीह रेलवे स्टेशन से ड्राइवर को लेकर स्काॅर्पियो से वापस निमियाघाट लौट रहे थे. इसी दौरान बाइक सवार को बचाने में वाहन पेड़ से टकरा गया. इससे वाहन के परखच्चे उड़ गये. जैसे ही सोमेश की पत्नी रेखा कुमारी काे हादसे की सूचना मिली, उनका रो-रोकर बुरा हाल हो गया. सोमेश अपने पीछे पत्नी के अलावा एक पुत्र और दो पुत्री छोड़ गये हैं. वहीं अन्य मृतकों के घरों में भी मातम पसर गया. घर और गांव का माहौल गमगीन हो गया. सभी के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. पोस्टमार्टम के बाद जब शव घरों में लाये गये, तो पूरा माहौल गमगीन हो गया. हर ओर चीख-पुकार थी. किन्हीं को अपने पति को खोने का गम, तो किन्हीं को अपने पुत्र के गुजर जाने का गम था. बता दें कि बैंक मैनेजर के शव को उनके परिजन गांव लेकर चले गये हैं. वहीं अन्य मृतकों के शव को उनके परिजन अपने-अपने गांव लेकर गये. शाम में सभी का अंतिम संस्कार कर दिया गया.
नाती को धनबाद छोड़ कर आ रहे थे हुसैनी मियां
अपने नाती को धनबाद छोड़ कर आ रहे हुसैनी मियां की बाइक की इतनी जबरदस्त टक्कर हुई कि इसपर सवार दो लोगों की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी. स्काॅर्पियो से टकराने के बाद बाइक 50 मीटर दूर उछल कर गिरी और उसमें आग लग गयी. बताया जाता है कि धावाटांड़ के हुसैनी मियां गरीब रथ ट्रेन पर अपने नाती को चढ़ाने धनबाद गये थे. वहां से वे कुछ देर के लिए नावाटांड़ एक कार्यक्रम में रुके और फिर बबलू टुडू के साथ वापस अपने घर धावाटांड़ लौट रहे थे. इसी दौरान दुर्घटना हुई.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है