कुम्हरलालो पंचायत के कुम्हरलालो मोड़ से दुधनिया व कबेरियाबेड़ा होते हुए संघरवा पुल तक जानेवाली लगभग तीन किलोमीटर सड़क की हालत अब बेहद जर्जर हो गयी है. यही वजह है इस सड़क पर आवागमन के दौरान अब लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. बता दें कि पीरटांड़ के विभिन्न इलाकों में सड़कें बन रही हैं. सुदूर इलाकों में भी सरपट गाड़ियां दौड़ रही हैं, लेकिन गिरिडीह डुमरी मुख्य पथ पर स्थित कुम्हरलालो मोड़ से दुधनिया, कबेरियाबेड़ा होते हुए संघरवा पुल तक जानेवाली सड़क दम तोड़ने लगी है. इससे सड़कों में गढ्ढे बन गए हैं. यही वजह है कई बार लोगों को दुर्घटना का शिकार भी होना पड़ रहा है.
लगभग दस वर्ष पूर्व बनी थी सड़क
बताया गया कि कुम्हरलालो मोड़ से दुधनिया कबेरियाबेड़ा होते हुए संघरवा पुल तक जानेवाली लगभग तीन किलोमीटर सड़क का निर्माण कार्य विगत दस वर्ष पूर्व हुआ था.
दुधनिया में ही बननी है पीरटांड़ मेगा लिफ्ट सिंचाई योजना
इधर दुधनिया गांव से ही लगभग 638 करोड़ की लागत से बननेवाली पीरटांड़ मेगा लिफ्ट सिंचाई योजना का संचालन होगा. इसका शिलान्यास राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने विगत वर्ष मधुबन से किया था. मेगा लिफ्ट योजना का कार्य शुरू भी हो गया है, लेकिन सड़क की हालत आज भी जर्जर है. लोगों ने सड़क निर्माण करने की मांग की है. आदिवासी बहुल दुधनिया व कबेरियाबेड़ा-कुम्हरलालो मोड़ से दुधनिया कबेरियाबेड़ा होते हुए संघरवा पुल तक जानेवाली सड़क के बीच में केवल आदिवासी समुदाय के लोग निवास करते हैं.
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