संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे शमीम अख्तर की पत्नी के आवेदन पर मुकेश व अनीशा के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज
जेल भेजने की धमकी देकर जबरन इस्तीफा लिया
आवेदन में जैतुन परवीन ने कहा है कि मेरे पति शमीम राध स्वामी संगठन में वर्ष 2019 से जुड़े हुए थे. इस दौरान उन्होंने संगठन के लिए ग्रामीणों से पैसा वसूल कर जमा किया. वर्ष 2024 के चुनाव में मेरे पति को चुनाव लड़वाया गया. कहा गया था कि खर्च होने वाली राशि संगठन देगी. 38 लाख रुपये खर्च की रकम की मांग मेरे पति ने की तो झूठे मुकदमे में फंसाकर जेल भेज देने की धमकी दी गयी. इतना ही नहीं, जबरन इस्तीफा भी दिलवाया गया. आवेदन में कहा गया है कि संगठन के प्रदेश अध्यक्ष मुकेश सिन्हा और उनकी पत्नी अनीशा सिन्हा ग्रामीणों को चिटफंड कंपनी की तरह लालच देते हैं और किस्तों पर ग्रामीणों को वाहन दिलाते हैं. किस्त की रकम देने का वादा कर फिर किस्त की राशि नहीं दी जाती जिससे ग्रामीण धोखाधड़ी के शिकार हो जाते हैं.
पति-पत्नी ने मिलकर वसूले 22 लाख रुपये नकद
जैतुन प्रवीण ने पुलिस को बताया है कि मुकेश और अनीशा के कहने पर मेरे पति अपने बैंक खाता में रुपये मंगवाते थे और फिर उस रकम को मुकेश सिन्हा और अनीशा सिन्हा के निजी खाते में मोबाइल के माध्यम से भेजते थे. बताया कि मेरे पति का बैंक ऑफ इंडिया के खाता संख्या 476118210005037 और बंधन बैंक के खाता संख्या 50230022386332 से मुकेश कुमार सिन्हा के मोबाइल नंबर 9693879593 पर और अनीशा सिन्हा के मोबाइल नंबर 9693554310 पर लगभग 22 लाख रुपये भेजे गये हैं. इसके अलावे 50 लाख रुपये नगद भुगतान किया गया है. उन्होंने बताया कि जब मेरे पति को संगठन के द्वारा लोगों से पैसे वसूलकर धोखाधड़ी करने की जानकारी मिली तो वे खर्च किये गये राशि लेकर संगठन से निकलना चाहते थे. लेकिन खुद को फंसता देख उनके पति को फंसा दिया गया.40 से 90 प्रतिशत तक छूट देकर वाहन-घर देने का वादा करता है संगठन
एक ओर जहां आवेदक जैतुन परवीन ने राधा स्वामी संगठन पर धोखाधड़ी करने और ग्रामीणों से गलत तरीके से मोटी रकम वसूली करने की जानकारी पुलिस को दी है, वहीं जब संगठन के वेबसाइट और विभिन्न सोशल मीडिया को खंगाला गया तो जानकारी मिली कि संगठन के द्वारा ग्रामीणों को 40 से 90 प्रतिशत तक की छूट देकर किस्तों पर वाहन मुहैया कराने का भरोसा दिया जाता है. संगठन ने कई लोगों से इस शर्तों का उल्लेख करते हुए करार भी किया है. संगठन बेटी की शादी कराने के समय खर्च की राशि देने, मोटी रकम की छूट देकर किस्तों पर वाहन देने के साथ-साथ कई सामग्रियां व घर आदि देने का करार ग्रामीणों से करती है. लगभग 40 से 90 प्रतिशत तक छूट देने का वादा कंपनी के द्वारा किया जाता है. पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान की कार्रवाई शुरू कीइधर पचंबा थाना की पुलिस जैतुन परवीन के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कर ली है. बताया जाता है कि पुलिस ने धोखाधड़ी के साथ-साथ आर्थिक अपराध करने और जालसाजी करने से संबंधित मामले पर विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली है. पचंबा थाना प्रभारी राजीव कुमार ने बताया कि ग्रामीणों के साथ धोखाधड़ी करने वाले लोगों को किसी भी स्थिति में नहीं बख्शा जायेगा. चाहे उनकी पहुंच कितनी उपर तक क्यों न हो. उन्होंने कहा कि प्राथमिकी दर्ज कर जांच-पड़ताल शुरू कर दी गयी है. कहा कि किन परिस्थितियों में इतनी मोटी रकम नगद ली गयी है, इसकी जांच समेत संगठन के कार्यशैली की भी जांच की जायेगी. कहा कि संगठन के बायलॉज को मंगाने की कार्रवाई शुरू कर दी गयी है.हमारा संगठन एनजीओ है, हम लोगों की मदद करते हैं : मुकेश सिन्हा
इधर राधा स्वामी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष मुकेश सिन्हा ने तमाम आरोपों को बेबुनियाद बताया है. कहा कि राधा स्वामी संगठन एक एनजीओ है और हम लोगों की मदद करते हैं. उन्होंने स्वीकार किया कि मेरे द्वारा वैसे 5079 लोग लाभ उठा रहे हैं जिन्होंने वाहन किस्तों पर लिया है. साथ ही यह भी कहा कि न ही हम वाहन बेचते हैं और न ही हम फाइनांस करते हैं. हम सिर्फ इएमआई में सहयोग करते हैं. मेरे संगठन के द्वारा कई लोगों को 90 प्रतिशत तक छूट देकर आवास मुहैया करायी गयी है. अभी भी 80 प्रतिशत छूट पर हम ग्रामीणों को आवास देते हैं. श्री सिन्हा ने कहा कि हमने नकद नहीं लिया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

