इसी दौरान सरिया अनुमंडल प्रशासन पूरे प्रशासनिक महकमा व पुलिस बल के साथ वहां पहुंचे और चौक के 50 मीटर के दायरे में जयंती नहीं मनाने देने की बात कही. इस बात को लेकर उस स्थान पर तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी. इसे देखते हुए एसडीएम ने निषेधाज्ञा लगने की जानकारी माइकिंग कर दी. इधर, भाजपा कार्यकर्ता चौक पर जयंती मनाने को लेकर अड़े हुये थे. वहीं, प्रशासन अपनी बात पर अड़ा था. इससे मामला तनावपूर्ण हो गया. इसी दौरान बगोदर विधायक नागेंद्र महतो वहां पहुंचे और प्रशासन जंयती नहीं मनाने देने का करण पूछा. एसडीएम संतोष गुप्ता ने बताया कि इस चौक पर अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा पूर्व में लगाने के लिए चबूतरा बनाया जा रहा था. लेकिन, दूसरे पक्ष की आपत्ति पर यहां निषेधाज्ञा लगायी गयी थी. इसलिए इसके आसपास कोई भी कार्यक्रम करना निषेधाज्ञा का उल्लंघन है. इस पर विधायक के तेवर गर्म हो गया. कहा कि महापुरुषों की जयंती मनाने पर निषेधाज्ञा लगाना सरासर गलत है. जयंती यहीं मनेगी. इस पर उत्साहित होकर कार्यकर्ताओं ने नारे बाजी करते हुए वाजपेयीजी की आदमकद तस्वीर लाकर वहां रखकर पुष्प अर्पित किया. इस दौरान माहौल पूरा तनावपूर्ण हो गया.
महान चिंतक थे स्व वाजपेयी: विधायक
विधायक नागेंद्र महतो ने संबोधित करते हुए कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जी न केवल एक कुशल राजनेता थे, बल्कि वे राष्ट्र को दिशा देने वाले महान चिंतक और कवि भी थे. उन्होंने अपने प्रधानमंत्रित्व काल में सड़क, संचार, शिक्षा और परमाणु शक्ति जैसे क्षेत्रों में ऐतिहासिक कार्य कर देश को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया. उन्होंने झारखंड को राज्य का दर्जा देकर यहां के आदिवासी-मूलवासी समाज, किसानों और युवाओं को नयी पहचान और विकास का अवसर दिया. झारखंड अलग राज्य राज्य का दर्जा देने के लिए उनका योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता. मौके पर भाजपा के मंडल अध्यक्ष मनीष मंडल, सांसद प्रतिनिधि विनोद यादव, पूर्व मंडल अध्यक्ष सह मुखिया अजय यादव, भाजपा नेता बबलू मंडल, शैलेश मंडल, अशोक राणा मुकेश मंडल, शिवधन मंडल, चिंतामणि मंडल, भेखलाल मंडल, युधिष्ठिर मंडल, मुकेश यादव, पिंटू यादव, सोनू मंडल, केदार मंडल, सुरेंद्र मोदी, कुलदीप यादव, प्रहलाद सिंह, रघुनंदन मंडल, मुरली मंडल समेत अन्य लोग उपस्थित थे.एसडीपीओ समेत अन्य अधिकारी भी रहे मौजूद
एसडीएम के अलावा एसडीपीओ धनंजय राम, सीओ संतोष कुमार, बीडीओ ललित नारायण तिवारी, इंस्पेक्टर अजय कुमार सिन्हा, थाना प्रभारी आलोक कुमार सिंह समेत भारी संख्या में पुलिस बल तैनात थे. बता दें कि बीते दिनों भाजपा द्वारा वाजपेयी और भाकपा माले द्वारा महेंद्र सिंह की प्रतिमा स्थापित करने को ले उक्त स्थल पर विवाद हुआ था. इसके बाद वहां निषेधाज्ञा लगाया गया था.
अगले 60 दिनों तक जारी रहेगी निषेधाज्ञा
बगोदर-सरिया के अनुमंडल दंडाधिकारी एसडीएम संतोष गुप्ता ने 24 दिसंबर को आदेश जारी कर अगले 60 दिनों के लिए निषेधाज्ञा लागू कर दी है. बताया है कि निषेधाज्ञा सरकारी कर्मियों पर लागू नहीं होगा. वहीं, निषेधाज्ञा क्षेत्र के उक्त भूमि पर पांच या उससे अधिक व्यक्तियों के एकत्रित होने, लाठी, भाल या पारंपरिक अस्त्र-शस्त्र के साथ एकत्रित होने पर रोक लगा दी गयी है. भूमि पर किसी भी प्रकार का निर्माण कार्य, कार्यक्रम का आयोजन, पूजा, मूर्ति स्थापना आदि पर भी पूर्ण रूपेण रोक लगाने के आदेश जारी किये गये हैं. बताया कि केशवरी चौराहा के बीचों बीच अर्धनिर्मित गोलंबर पर एक विशेष राजनीतिक दल द्वारा दावा किये जाने व कार्यक्रम कराये जाने को लेकर दो गुटों में तनाव है. इससे खून-खराबा की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. इस तनाव को लेकर निरोधात्मक कार्रवाई की गयी है.
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