सीटीओ मिलने के बाद अब आउटसोर्सिंग कंपनी तय होने के बाद ओपेनकास्ट से कोयला का उत्पादन शुरू हो जायेगा. नये साल में ओसीपी से कोयला उत्पादन शुरू होने की संभावना है. जानकारी के मुताबिक ओपेनकास्ट झारखंड स्टेट पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड से सीटीओ प्राप्त हुआ है. इस बाबत बोर्ड के डिविजनल हेड धनबाद के अमित कुमार ने पत्र निर्गत किया है. इसके मुताबिक ओसीपी को एक वर्ष के लिए सीटीओ मिला है. यह 31 दिसंबर 2026 तक मान्य होगा. इसी (इंवायरमेंटल क्लियरेंस) के अनुरूप यह परियोजना सालाना सात लाख टन कोयला का उत्पादन कर सकती है.
जनवरी 2022 से ठप है उत्पादन
बता दें कि ओसीपी से कोयला का उत्पादन जनवरी 2022 से ठप है. यह सीसीएल प्रबंधन के लिए परेशानी का सबब बना हुआ था. ओसीपी से उत्पादन शुरू करने में वन विभाग के साथ काफी दिनों तक जमीन विवाद का मामला चला. हालांकि, काफी मशक्कत के बाद नगर विकास मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू, झामुमो के राज्य सभा सदस्य डॉ सरफराज अहमद व गांडेय विधायक कल्पना सोरेन के प्रयास से जमीन विवाद का मामला सुलझा. इसके बाद ओसीपी को इसी मिला और फिर सीटीई प्राप्त हुआ. इस बीच सीसीएल प्रबंधन के निर्देश पर पर्यावरण विभाग के अधिकारी शम्मी कपूर द्वारा सीटीओ को लेकर गिरिडीह से लेकर मुख्यालय तक भाग-दौड़ किया जाता रहा. बहरहाल, महाप्रबंधक गिरिश कुमार राठौर, परियोजना पदाधिकारी जीएस मीणा, पर्यावरण विभाग के अधिकारी शम्मी कपूर सहित अन्य अधिकारियों का प्रयास रंग लाया. सीटीओ मिलने पर झारखंड कोलियरी मजदूर यूनियन के सचिव तेजलाल मंडल ने खुशी जतायी है.ओसीपी से शीघ्र शुरू होगा उत्पादन : महाप्रबंधक
गिरिडीह एरिया के महाप्रबंधक गिरिश कुमार राठौर ने कहा है कि ओपेनकास्ट को सीटीओ मिला गया है. यह काफी खुशी की बात है. इसके लिए काफी दिनों से प्रयास किया जा रहा था. उन्होंने बताया कि ओपेनकास्ट का संचालन आउटसोर्सिंग मोड में होगा. आउटसोर्सिंग कंपनी का टेंडर 31 दिसंबर को खुलेगा. श्री राठौर ने कहा कि उनका प्रयास है कि जल्द से जल्द ओपेनकास्ट से कोयला का उत्पादन शुरू हो जाये. निश्चित रूप से नये साल में ओसीपी से उत्पादन कार्य शुरू हो जायेगा. कोयला का उत्पादन शुरू होने से क्षेत्र में खुशहाली आयेगी. इधर, परियोजना पदाधिकारी जीएस मीणा ने भी सीटीओ मिलने पर हर्ष व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षों से बंद ओसीपी में अब जल्द उत्पादन शुरू होगा. सबों के संयुक्त प्रयास से यह सफलता हासिल हुई है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

