अपने संबोधन में डीसी रामनिवास यादव ने कहा कि महात्मा गांधी एक विचार हैं. उनके विचारों और संघर्षों ने भारत को आजाद करने में बड़ी भूमिका निभायी. वह सत्य और अहिंसा के जीवंत प्रतीक हैं. डीसी रामनिवास यादव, खोरीमहुआ के एसडीओ अनिमेष रंज, पूर्व विधायक केदार हाजरा, झामुमो के जिलाध्यक्ष संजय सिंह व जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में खरगडीहा से पदयात्रा शुरू हुई.
मंत्री ने की राष्ट्रपिता के छवि धूमिल करने की निंदा
राज्य के पर्यटन व नगर विकास मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू सोमवार की रात गिरिडीह और खरगडीहा में आयोजित शताब्दी समारोह में भाग लिये. अपने संबोधन में उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की छवि धूमिल करने के प्रयासों की आलोचना की. चित्तरडीह पंचायत परिसर में आयोजित विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए मंत्री श्री सोनू ने कहा कि पिछले कई दशकों से कुछ लोग महात्मा गांधी की आवाज को धूमिल करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने तथ्य साझा करते हुए बताया कि विश्व के 302 देशों में से 201 देशों में महात्मा गांधी की प्रतिमा लगी हुई है. उन्होंने गांधी की आलोचना करनेवालों से आग्रह किया कि वे जान लें कि जिस महात्मा गांधी को वे गाली देते हैं, आज भी पूरा देश उनके आदर्शों की पूजा करता है. मंत्री श्री सोनू ने डीसी रामनिवास यादव को निर्देश दिया कि हर वर्ष खरगडीहा व गिरिडीह में महात्मा गांधी उत्सव मनाया जाये. कहा कि जब उन्हें पिछले दिनों शताब्दी समारोह के आयोजन की सूचना मिली, तो कार्यक्रम में भाग लेने का आश्वासन दिया था. हालांकि, वह पदयात्रा में भाग नहीं ले पाये, लेकिन विचार गोष्ठी में शामिल हुए.
पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधरोपण पर जोर
डीसी ने कहा कि महात्मा गांधी का जीवन न केवल स्वतंत्रता संग्राम का प्रतीक है, बल्कि यह युवा पीढ़ी के लिए अनंत प्रेरणास्रोत भी है. आज के जो युवा डिजिटल युग की चुनौतियों से जूझ रहे हैं, को इन मूल्यों को अपनाकर रचनात्मक कार्यों में जुटना चाहिए. स्वच्छता अभियान से लेकर पर्यावरण संरक्षण तक, हर क्षेत्र में युवाओं की ऊर्जा ही परिवर्तन ला सकती है. डीसी ने कहा कि महात्मा गांधी सिर्फ एक व्यक्ति नहीं, बल्कि भारत की आत्मा हैं, जो हर भारतीय के भीतर आज भी जीवित हैं. डीसी ने स्वच्छता अभियान से लेकर पर्यावरण संरक्षण तक को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पौधरोपण किया. कहा कि आज सबसे बड़ी समस्या प्रदूषण है. जिस तरह से पर्यावरण लगातार प्रदूषित हो रहा है, उससे कई तरह की बीमारियां लोगों को घेर रही हैं. स्वस्थ जीवन के लिए जरूरी है कि पर्यावरण साफ हो. पर्यावरण साफ रखने के लिए ज्यादा से ज्यादा संख्या में हर साल पौधे लगाने चाहिए. जीवन देने वाले पर्यावरण की रक्षा करना समाज के प्रत्येक व्यक्ति का पहला कर्तव्य होना चाहिए. पदयात्रा में काफी संख्या में लोग शामिल थे.
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