घायल किसी भी कौम का अरमान मत करो, बर्बाद मेरे मुल्क की पहचान मत करो. इन पंक्तियों के माध्यम से शायर तसव्वुर वारसी ने देश की वर्तमान हालात पर एकता व अखंडता का परिचय दिया. मौका था फरोग-ए-अदब गिरिडीह के बैनर तले आयोजित सम्मान समारोह का. अध्यक्षता मासूम नुसरत और मंच संचालन सरफराज चांद ने किया. मुख्य अतिथि जेएमएम नेता नौशाद चांद और विशिष्ट अतिथि माले नेता राजेश सिन्हा व इमरान आलम थे. इस दौरान फरोग-ए-अदब के संस्थापक मुख्तार हुसैनी को हसरत वारसी अवार्ड 2025 से सम्मानित किया गया.
पहलगाम में मारे गये पर्यटकों की दी गयी श्रद्धांजलि
इसके साथ ही पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गये पर्यटकों को श्रद्धांजलि दी गयी. कार्यक्रम में अल्हाज मशकूर मैकश, हाफिज रयाज, सलीम परवाज, राशिद जमील, एकरामुल हक वली, मिन्हाज सजर, सद्दाम हुसैन सद्दाम, बी अगस्त क्रांति, वसीम अंसारी, सरफराज चांद ने भी अपनी नज्म, कलाम व शे””र-ओ-शायरी से एकता पर जोर दिया. वहीं वक्ताओं ने प्रधानमंत्री से पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में पाकिस्तान को माकूल जवाब देने की मांग की.
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