डीसी ने जिले में संचालित विभिन्न शैक्षणिक योजनाओं की समीक्षा की और शिक्षा व्यवस्था को अधिक प्रभावी, समावेशी एवं परिणामोन्मुख बनाने पर जोर दिया. उन्होंने शिक्षकों, अधिकारियों व कर्मियों की बायोमीट्रिक उपस्थिति, विद्यालय प्रबंध समिति द्वारा प्राप्त राशि का समुचित उपयोग, विद्यालयों में सुव्यवस्थित इंफ्रास्ट्रक्चर, स्मार्ट क्लास, आइसीटी लैब, पुस्तकालय व शैक्षणिक वातावरण की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता बतायी.
बीइइओ को दिये गये कई निर्देश
डीसी ने सभी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारियों (बीइइओ) को कई निर्देश दिये. कहा कि वे नियमित रूप से विद्यालयों का निरीक्षण करें तथा शैक्षणिक गतिविधियों तथा संसाधनों की स्थिति की समीक्षा कर आवश्यकतानुसार त्वरित कार्रवाई के लिए जिला मुख्यालय को सूचित करें. समीक्षा के क्रम में डीसी ने कहा कि प्रारंभिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार व जिला प्रशासन द्वारा उचित प्रयास किये जा रहे हैं, जिससे कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और समावेशी वातावरण मिल सके. बैठक में समग्र शिक्षा, कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय, ई-विद्या वाहिनी में शिक्षकों की उपस्थिति, पोशाक, छात्रवृत्ति, पोषण वाटिका, विद्यालयों में मध्याह्न भोजन वितरण, विद्यालय में खाद्यान्न की प्रत्येक माह की ससमय उपलब्धता, पोषण वाटिका (किचन गार्डेन) की स्थापना, विद्यालयों में कार्यरत रसोइया समेत जिला स्तर पर शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा की गयी. डीसी ने कहा कि जिले में बच्चों की शिक्षा में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी.एमडीएम पर रखें नजर
उन्होंने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और पौष्टिक एमडीएम देने को प्राथमिकता बताते हुए इस पर कड़ी नजर रखने का निर्देश दिया. समीक्षा के क्रम में डीसी ने पूर्व की बैठक में दिये गये निर्देशों के अनुपालन की समीक्षा की. कहा कि सरकार की ओर से विद्यालय स्तर पर चलायी जा रही सभी योजनाओं का लाभ छात्र-छात्राओं को मिले, इसके लिए शिक्षा विभाग के सभी कर्मी सजगता के साथ काम करना सुनिश्चित करें. डीसी ने कहा कि पोशाक व छात्रवृत्ति योजना से छात्रों को समय लाभान्वित करना सुनिश्चित किया जाये. विद्यालय में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति के साथ-साथ शिक्षकों की उपस्थिति की लगातार मॉनीटरिंग की जरूरत है. उन्होंने सभी प्रखंडों में ई-विद्या वाहिनी से शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित कराने की बात कही. डीसी ने एमआइसी कोऑर्डिनेटर को सभी डेटा शत प्रतिशत सही प्रविष्टि करने का निर्देश दिया. कार्य में तेजी लाते हुए सुधारात्मक प्रगति की बात कही. बैठक में शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

