बीते दो माह से बगोदर वन प्रक्षेत्र से सटे गांवों में गजराज का भय इस कदर समाया हुआ है कि ग्रामीण ठीक से सो तक नहीं पा रहे हैं. ग्रामीणों के हाथों में देर शाम होते ही मशाल व टॉर्च जलता देखने को मिल रहा है. गांव में हाथियों का झुंड न घुस जाये, इसके लिए उन्हें भगाने की तैयारी हर रात की जाती है. इन सबके बीच वन विभाग की टीम ने पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा की टीमों की मदद से बीते मंगलवार की रात से हाथों में मशाल और अपने तकनीक के साथ हाथियों को बगोदर वन क्षेत्र से निकालने में जुटी रही. बुधवार रात में भी हाथियों को खदेड़ कर बरकट्ठा के रास्ते दूसरे क्षेत्र में भेजने की कवायद चलती रही.
झुंड में हाथियों के साथ दो छोटे-छोटे बच्चे भी हैं
जानकारी के अनुसार बीते दो माह से हजारीबाग के टाटी झरिया के 32 हाथियों के झुंड से बिछड़े सात हाथियों का झुंड जुलाई माह की शुरुआत में ही बगोदर-सरिया इलाके में भटक कर पहुंच गया. झुंड में हाथियों के साथ दो छोटे-छोटे बच्चे भी हैं. हाथियों के झुंड ने करीब दो माह तक बगोदर-सरिया के गांवों में जमकर उत्पात मचाया. इस दौरानएक महिला की भी जान चली गयी. वहीं हाथियों ने बगोदर-सरिया के करीब एक दर्जन गांवों में मिट्टी के घरों को तोड़ दिया. किसानों के खेतों में लगे धान के बीहन व बारी में लगी सब्जी को रौंद डाला. कई बारी की चहारदीवारी तोड़ दी. इतना ही नहीं, हाथियों ने खासकर स्कूल को भी निशाना बनाया. स्कूल के कमरे के दरवाजे-खिड़की तोड़ कर एमडीएम के चावल को चट कर गये.
प्रखंड के जंगलों से सटे गांव के ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है
हाथियों ने बगोदर प्रखंड के आदिवासी बाहुल गांव अडवारा के उखरीटांड़, अखेना, तुकतुको, अटका, मुंडरो, दोंदलो, वनपुरा, घाघरा, बेको, चौधरीबांध, कुशमरजा, घोषको, डोरियो, पोखरिया समेत सरिया इलाके के चिरुवा गांव में जमकर उत्पात मचाते हुए कई किसानों के घर, चहारदीवारी, स्कूल, आंगनबाड़ी में रखा चावल को बर्बाद कर दिया. वहीं सरिया प्रखंड के घुटिया पेसरा की किरण देवी, पति राजू यादव को कुचलकर मार डाला. वहीं बगोदर के सरकारी स्कूल के खिड़की, दरवाजे को भी तोड़ दिया. हाथियों के हजारीबाग क्षेत्र में खदेड़े जाने की जानकारी मिलने पर दो माह से रतजग्गा रहे बगोदर प्रखंड के जंगलों से सटे गांव के ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है.
तुकतुको मेें हाथियों के घुसने की सूचना पर ग्रामीणों को किया सतर्क
मंगलवार की रात को तुकतुको में हाथियों के प्रवेश की सूचना पर वन बचाओ संघर्ष समिति और वन विभाग ने रात में प्रचार प्रसार कर लोगों को सतर्क रहने के लिए जागरूक कर रहे हैं. वन विभाग के कर्मी भी अहले सुबह से लोगों को जंगल की ओर नहीं जाने और हाथियों को देखकर छेड़छाड़ नहीं करने की सलाह दे रहे थे. इस बाबत वन विभाग बगोदर वन क्षेत्र प्रभारी फॉरेस्टर डिलो दास ने बताया कि पिछले दो दिनों से हाथियों को सुरक्षित स्थानों में ले जाने के लिए बांकुड़ा की टीम काम कर रही है. टीम ने बगोदर में दो रात काम की है, लेकिन अभी भी हाथियों का झुंड इसी इलाके में है. हालांकि उन्हें पूरी तरह से इलाके से भगाया जा रहा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

