डीसी ने उपस्थित सभी जिला स्तरीय अधिकारियों, प्रखंड स्तरीय प्रसार कर्मियों व प्रगतिशील किसानों को मार्गदर्शन दिया. बताया गया कि कार्यशाला में अलग-अलग विभाग के अधिकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दे रहे हैं. उसका किसान जागृत होकर लाभ लें. बोरिंग, बूंद-बूंद सिंचाई तकनीकी की जानकारी लेकर आगे बढ़ें. डीसी ने मत्स्य विभाग द्वारा संचालित वेद व्यास योजना व सहकारिता विभाग की बिरसा फसल बीमा योजना के संबंध में जानकारी दी. कहा कि किसान केसीसी का लाभ लें एवं निर्धारित समय पर जमा करें, जिससे उनको और अधिक राशि मिल सकेगी, अन्यथा ब्याज अधिक भरना पड़ता है.
रबी फसल का लक्ष्य निर्धारित
जिला कृषि पदाधिकारी आशुतोष कुमार ने बताया कि वर्ष 2025 में रबी मौसम में गेहूं 14000 हेक्टेयर, सरसों/राई 27000, मक्का, चना 15000 व मसूर हेक्टेयर में लगाने का लक्ष्य है. विभाग द्वारा बिरसा बीज उत्पादन, विनिमय वितरण की योजना अंतर्गत 50 प्रतिशत अनुदान पर जिला के विभन्न लैम्प्स/पैक्स द्वारा गेहूं 5935.20 क्विटस. चना 102 व सरसों 94 क्विंटल का वितरण किया जा रहा है. इसके अतिरिक्त शत प्रतिशत अनुदान पर बिरसा फसल विस्तार योजना, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा व पोषण मिशन के तहत चना, मसूर, नेशनल मिशन ऑन इडियल ऑयल-ऑयल सीड के तहत सरसों बीज का वितरण ऑनलाइन ओटीपी के माध्यम से ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी व कृषि मेपर ऐप के माध्यम से किया जा रहा है.
15 दिसंबर शुरू होगी धान की खरीदारी
श्री कुमार बताया गया कि 15 दिसंबर से गिरिडीह जिला के 58 केंद्रों पर धान की खरीदारी की जायेगी. 2450 प्रति क्विंटल की दर निर्धारित की गयी है. किसान धान बेचने के लिए अपना निबंधन करायें. उन्होंने बताया कि रबी मौसम में फसलों का बीमा कराया जा रहा है. मात्र एक रुपये टोकन मनी के साथ किसान प्राकृतिक आपदा से फसल नुकसान का लाभ के लिए अपनी फसल का बीमा अवश्य करायें. जिला मत्स्य पदाधिकारी, जिला उद्यान पदाधिकारी, जिला गव्य विकास पदाधिकारी, सहायक मिट्टी रसायनज्ञ, कनीय पौधा संरक्षण पदाधिकारी ने विभागीय योजनाओं की विस्तार से जानकारीदी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

