भक्त राम किसुन साव ने कहा कि झारोनदी मुक्तेश्वर धाम जो भी फरियाद को लेकर आये है. सभी का मन्नतें पूरी हुई हैं. 1980 के दशक में यहां सिर्फ एक शिव व पार्वती का मंदिर हुआ करता था. आज यहां करोड़ों रुपये से राधाकृष्ण मंदिर का निर्माण सभी भक्तों की प्रयास से संभव हुआ है. इसके लिए अलावे शिव कुंड शनि महाराज का मंदिर के साथ -साथ कई भक्तों द्वारा धर्मशाला का निर्माण भी किया है. आज यह मंदिर के प्रति आस्था का सैलाब का रूप ले लिया है. इधर निर्जला एकादशी व्रत करने वाली महिला पार्वती देवी अर्चना कुमारी, रेखा कुमारी, मालती देवी, मनीषा वर्मा, रूपमाला कुमारी आदि ने कहा कि हमलोग पिछले कई वर्षो यहां आ रहे हैं.
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