पुल के पाये व स्लैब की स्थिति जर्जर हो गयी है. इसे देखते हुए पुल की जांच करवाकर नए सिरे से पुल निर्माण करवाने की मांग शुरू हो गयी है. ग्रामीणों के द्वारा दी गयी जानकारी के मुताबिक वर्ष 1995 में उक्त पुल का निर्माण करवाया गया था. वर्तमान समय में पुल की स्थिति जर्जर हो गयी है. सिकरुडीह की मुखिया फुलमंती देवी, तिलकडीह के मुखिया विनोद हेंब्रम, पूर्व उप प्रमुख भीखन मंडल, ग्रामीण चीतलाल मंडल, प्रवीण यादव, रॉबर्ट मरांडी, मनोज सोरेन, विजय यादव आदि ने जर्जर हो चुके पुल के पास नया पुल निर्माण करवाने की मांग की है.
दर्जनों लोगों के आवागमन का है रास्ता
जानकारी के मुताबिक डहुआटांड़-चौकी सड़क तिलकडीह व सिकरुडीह पंचायत के दर्जनों गांव क्रमशः डहुआटांड़, केंदुआ, गौरीपुर, दुधपनिया, चौकी, गरंगा, तिलकडीह, लाहीबारी, सीताकोहबर, लकड़मरवा, बाघरायडीह आदि के लोगों के आवागमन का मुख्य रास्ता है. भेलवाघाटी पंचायत के लोग भी इस मार्ग से आवागमन करते हैं. प्रत्येक दिन सैकड़ों लोग आवागमन इस मार्ग व पुल से करते हैं. इस संबंध में सिकरुडीह पंचायत की मुखिया फुलमंती देवी ने पुराने पुल के स्थान पर नये पुल की स्वीकृति देकर निर्माण कार्य करवाने की मांग की है. कहा है कि डहुआटांड़-चौकी सड़क महत्वपूर्ण सड़कों में एक से प्रत्येक दिन हजारों लोग आवागमन करते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

