मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार को राजस्व विभाग के तहसील कचहरी कार्यालय में दोपहर के एक बजे एसीबी ने उस वक्त छापा मारा जब मदन बर्णवाल नामक व्यक्ति म्यूटेशन के नाम पर मांगे गये रकम को सीआई सुरेंद्र यादव को दे रहे थे. इस दौरान एसीबी ने सीआई के सहयोगी और कथित रूप से दलाल कहे जाने वाले मुकेश कुमार यादव को भी गिरफ्तार कर लिया है. दोनों को एसीबी के डीएसपी जितेंद्र कुमार सिंह ने पुलिस निगरानी व आधा दर्जन कर्मियों ने डेढ़ घंटे तक कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद अपने साथ धनबाद ले गयी. अचानक एसीबी की कार्रवाई से प्रखंड सह अंचल विभाग के कर्मियों में हड़कंप मच गया. एसीबी कार्रवाई की जानकारी मिलते ही बेंगाबाद अंचल के सीओ अपने कार्यालय से चले गये और मोबाइल को ऑफ कर लिया. वहीं, अन्य कर्मचारी व अंचल कार्यालय में मंडरा रहे दलाल भी भाग खड़े हुए.
म्यूटेशन के नाम पर मांगी गई थी 15 हजार
जानकारी देते हुए एसीबी धनबाद के अधिकारियों ने बताया कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के प्रमंडलीय कार्यालय धनबाद में गिरिडीह निवासी मदन बर्णवाल ने शिकायत दर्ज करायी थी. कहा था कि उसकी पुत्री लक्ष्मी कुमारी बर्णवाल ने मोतीलेदा में खाता संख्या 74, प्लाट सं 4045 रकवा 7.34 डिसमिल जमीन खरीदी की थी. उक्त जमीन के दाखिल खारिज के लिए एलआरडीसी कार्यालय में आवेदन दिये थे जहां से आवेदन को अंचल कार्यालय बेंगाबाद भेजा गया. जब वे दाखिल खारिज के लिए सीओ आमिर हमजा से मिले तो उसने संबंधित राजस्व कर्मचारी सह सीआई सुरेंद्र यादव से मिलने को कहा. जब वे बुधवार को सीआई से मिले तो बताया कि 15 हजार रुपये देने के बाद उसका काम हो जायेगा. परेशान होकर उसने एसीबी कार्यालय में आवेदन दिया था. आवेदन के आधार पर सत्पायन में परिवादी द्वारा लगाये गये आरोप को सही पाया गया और कांड संख्या 11/2025 के तहत केस दर्ज कर छापेमारी टीम का गठन किया गया. गुरुवार को छापेमारी के दौरान सीआई सुरेंद्र यादव और अप्राथमिकी आरोपित दलाल मुकेश कुमार को परिवादी से छह हजार रुपये रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया. दोनों को टीम के सदस्यों ने अपने साथ धनबाद ले गयी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

