नगर थाना से महज कुछ मीटर की दूरी पर स्थित पुराने सर्किट हाउस के पीछे से शराब की पेटियां गायब हो गयी थीं. सूचना पर विभाग ने छापेमारी कर गिरोह के सरगना सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया. उत्पाद अधीक्षक महेंद्र देव सिंह और एसआई महेंद्र देवगम ने रविवार की शाम पत्रकारों को बताया कि बिहार के नवादा जिले का रहनेवाला शशि कुमार राय, जो खुद को स्पेशल ब्रांच का एसपीओ बताता था, सर्किट हाउस के एक कमरे पर अवैध कब्जा जमाए था. कुछ महीने पहले उसे स्पेशल ब्रांच से निकाल दिया गया था. लेकिन पुराने पद का फायदा उठाकर वह विभाग को गुमराह करता रहा.
जांच में हुआ खुलासा
जांच में खुलासा हुआ कि शशि अपने गिरोह के साथ मिलकर जब्त की गयी दो हजार पेटी शराब को धीरे-धीरे बाजार में खपा रहा था. बताया जाता है कि रविवार सुबह मुफ्फसिल थाना क्षेत्र से कार में शराब लोड कर तस्करी की तैयारी की जा रही थी. गुप्त सूचना पर उत्पाद विभाग की टीम ने सिहोडीह स्थित मां तारा ढाबा के पास घेराबंदी कर कार को रोक लिया. कार से शशि को पकड़ा गया, जबकि उसके दो सहयोगी पंकज यादव और मनोज मंडल, दोनों बेंगाबाद के निवासी बाइक से आते दिखे. भागने की कोशिश कर रहे दोनों आरोपितों को पुलिस ने खदेड़ कर पकड़ लिया. पूछताछ में तीनों ने कबूल किया कि वर्षों पहले निमियाघाट में शराब लदा एक ट्रक जब्त हु़आ था. करीब दो हजार पेटी शराब पुराने सर्किट हाउस में रखी गयी थीं, जिनमें से कई पेटी उन्होंने चोरी कर निकाल ली थी. जब शशि के कब्जे वाले कमरे में छापेमारी हुई, तो वहां से 14 पेटी शराब बरामद की गयी. उत्पाद विभाग ने तीनों आरोपियों के विरुद्ध आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है. उत्पाद अधीक्षक महेंद्र देव सिंह ने बताया कि यह गिरोह लंबे समय से जब्त शराब की चोरी कर सप्लाई नेटवर्क चला रहा था, जिसकी कड़ी जांच की जा रही है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

