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चांसलर पोर्टल से अब नहीं होगा पीजी में नामांकन, नामांकन प्रक्रिया में हुई गड़बड़ी के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने लिया निर्णय
गिरिडीह : चांसलर पोर्टल के माध्यम से नामांकन लेने की प्रक्रिया में हो रही गड़बड़ी को देखते हुए अब विनोबा भावे विश्वविद्यालय प्रशासन ने खुद ही पीजी के सभी संकायों में नामांकन लेने का निर्णय लिया है. अब विनोबा भावे विश्वविद्यालय प्रशासन चांसलर पोर्टल में नामांकन के लिए किये गये आवेदनों पर संशोधन करते हुए […]
गिरिडीह : चांसलर पोर्टल के माध्यम से नामांकन लेने की प्रक्रिया में हो रही गड़बड़ी को देखते हुए अब विनोबा भावे विश्वविद्यालय प्रशासन ने खुद ही पीजी के सभी संकायों में नामांकन लेने का निर्णय लिया है. अब विनोबा भावे विश्वविद्यालय प्रशासन चांसलर पोर्टल में नामांकन के लिए किये गये आवेदनों पर संशोधन करते हुए नामांकन सूची निकालेगा.
बता दें कि प्रभात खबर ने अपने तीन नवंबर के अंक में ‘ कम अंक वालों का लिस्ट में नाम और अधिक का गायब’ की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था. इस मामले को लेकर जब विभावि के कुलसचिव बंशीधर रूखैयार से बात की थी तो उन्होंने भी नामांकन लिस्ट में हुई गड़बड़ी की बात को स्वीकार किया था. उस वक्त उन्होंने कहा था कि नामांकन लिस्ट में सुधार किये जाने तक नामांकन की प्रक्रिया में रोक लगा दी जायेगी.
बता दें कि पीजी सत्र 2018-20 के नामांकन की प्रक्रिया चांसलर पोर्टल के माध्यम से की जा रही थी, लेकिन चांसलर पोर्टल के माध्यम से हो रही नामांकन की प्रक्रिया में काफी परेशानी हो रही थी. जिसे लेकर कई बार छात्र-छात्राओं ने कॉलेज प्रशासन और विश्वविद्यालय प्रशासन से लिस्ट में सुधार कराने की मांग की थी. विश्वविद्यालय प्रशासन के इस फैसले से छात्र-छात्राओं में हर्ष है.
मामले को लेकर लगातार उठायी जा रही थी आवाज : रंजीत
विनोवा भावे विश्वविद्यालय के सिंडिकेट सदस्य रंजीत राय ने बताया कि पीजी सत्र 2018-20 में चांसलर पोर्टल के माध्यम से हो रही नामांकन की प्रक्रिया में काफी गड़बड़ी हो रही थी. कई छात्र-छात्राओं ने कॉलेज प्रशासन व विश्वविद्यालय प्रशासन से लिस्ट में सुधार करवाने की मांग की थी. इस मुद्दे को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन से बात की गयी थी. अंतत: विश्वविद्यालय प्रशासन ने खुद ही नामांकन लेने का निर्णय लिया है.
30 नवंबर तक चलेगी नामांकन प्रक्रिया
इस संबंध में छात्र-छात्राओं ने बताया कि चांसलर पोर्टल से नामांकन की नयी प्रक्रिया शुरू होने के बाद पीजी का एक सेमेस्टर पीछे हो गया था. इस कारण छात्र-छात्राओं को बिना पढ़ाई के ही परीक्षा देनी पड़ेगी. इसे लेकर भी विश्वविद्यालय प्रशासन गंभीर है. बताया जाता है कि 30 नवंबर तक नामांकन की प्रक्रिया चलेगी और तीन दिसंबर से पढ़ाई शुरू हो जायेगी.
नामांकन प्रक्रिया में हो रही परेशानी के कारण लिया गया निर्णय : कुलपति
विनोवा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ. रमेश शरण ने बताया कि चासंलर पोर्टल के माध्यम से पीजी सत्र 2018-20 के लिए हो रही नामांकन की प्रक्रिया में गड़बड़ी हो रही थी. इसी कारण विभावि ने खुद ही पीजी सत्र 2018-20 के लिए नामांकन लेने का निर्णय लिया है. बताया कि जल्द ही नामांकन सूची जारी कर पीजी सत्र 2018-20 के छात्र-छात्राओं का नामांकन लिया जायेगा.
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