गढ़वा.
पश्चिम बंगाल में हो रही लक्षित हिंसा के विरोध में शनिवार को बजरंग दल सह विश्व हिंदू परिषद ने समाहरणालय पर आक्रोश प्रदर्शन किया. साथ ही उपायुक्त की अनुपस्थिति में उप विकास आयुक्त को राष्ट्रपति के नाम आवेदन दिया गया. मौके पर विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कहा कि बंगाल में वक्फ कानून के विरोध की आड़ में हिंसा फैलायी जा रही है. राष्ट्र विरोधी और हिंदू विरोधी तत्वों को निर्बाध रूप से अपने षडयंत्र को क्रियान्वित करने की खुली छूट दी जा रही है. मुर्शिदाबाद से शुरू हुई हिंसा अब पूरे बंगाल में फैल गयी है. प्रशासन दंगाइयों के खिलाफ कार्रवाई करने में विफल साबित हुआ है. हिंदुओं के घर व दुकान जलाये गये : मुर्शिदाबाद में हिंदुओं के 200 से ज्यादा घरों और दुकानों को जलाया गया है. उनके घर व दुकानों को लूटा गया है. इस घटना में कई लोगों की मौत हो गयी है, जबकि सैकड़ों लोग घायल हुए हैं. इस हिंसा के बाद 500 से अधिक हिंदू परिवारों को मुर्शिदाबाद से पलायन करना पड़ा है. इससे स्पष्ट है कि बंगाल की स्थिति अत्यंत चिंताजनक है. बंगाल का शासन दंगाईयों के सामने केवल निष्क्रिय ही नहीं, बल्कि कई स्थानों पर इनका सहायक व प्रेरक भी बन गया है. कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार से मांग की है कि बंगाल की स्थिति नियंत्रण से बाहर होने के पहले ही वहां का शासन-प्रशासन अपने हाथ में ले और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे.उपस्थित लोग : मौके पर सोनू सिंह, शुभम कुमार चौबे, अभिमन्यु सिंह, विनय गुप्ता, जीतेंद्र कुमार चौबे, अभिषेक झा, करण चंद्रवंशी, राजा सिंह, प्रिंस कुमार, रौशन कांस्यकार, रविरंजन कुमार, सुधांशु मिश्रा, हर्ष कुमार, उमेश कश्यप, उत्तम कुमार, निखिल तिवारी, आयुष राज, कुमार सुधांकर द्विवेदी, विश्वरंजन, रविंद्र यादव, अंकित दूबे, चंदन स्वामी, पवन कुमार चौधरी व अक्षय कुमार मौजूद थे.
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