श्री बंशीधर नगर.
पूर्व मंत्री सह भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रामचंद्र केशरी के चेचरिया स्थित आवासीय कार्यालय में सोमवार को बाबा साहब डॉ भीमराव आंबेडकर की जयंती समारोह का आयोजन किया गया. उपस्थित नेताओं ने बाबा साहब डॉ भीमराव आंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण कर उनके बताये मार्ग पर चलने का संकल्प लिया. पूर्व मंत्री रामचंद्र केशरी ने कहा कि संविधान निर्माता डॉ आंबेडकर विलक्षण एवं अद्वितीय प्रतिभा के धनी थे. बाबा साहेब के नाम से दुनिया भर में लोकप्रिय डॉ भीमराव आंबेडकर समाज सुधारक, दलित राजनेता, महामनीषी, क्रांतिकारी योद्धा, लोकनायक, विद्वान, दार्शनिक, वैज्ञानिक, समाजसेवी एवं धैर्यवान व्यक्ति होने के साथ ही विश्व स्तर के विधिवेता व भारतीय संविधान के मुख्य शिल्पकार थे. उनके व्यक्तित्व में स्मरण शक्ति की प्रखरता, बुद्धिमता, ईमानदारी, सच्चाई, नियमितता, दृढ़ता, प्रचंड संग्रामी स्वभाव का मणिकांचन मेल था. उन्होंने अपना समस्त जीवन समग्र भारत की कल्याण-कामना व संतुलित समाज रचना में उत्सर्ग कर दिया. भारत के 80 प्रतिशत दलित सामाजिक व आर्थिक तौर से अभिशप्त थे. उन्हें इस अभिशाप से मुक्ति दिलाना ही डॉ आंबेडकर का जीवन संकल्प था. रामजी सकपाल था बचपन का नाम : शिवधारी राम ने कहा कि बाबा साहेब का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्यप्रदेश के महू में एक गरीब परिवार में हुआ था. उनका परिवार मराठी था, जो महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में स्थित अंबावडे नगर से संबंधित था. उनके बचपन का नाम रामजी सकपाल था. संघर्ष एवं कष्टों की आग में तपकर उन्होंने न केवल स्वयं का विकास किया, बल्कि उन्होंने भारत के समग्र विकास का वातावरण निर्मित किया. वह नयी मानव सभ्यता व संस्कृति के प्रेरक एवं पोषक थे. वह हमारे युग के महानतम नायक थे. उनके क्रियाकलापों में किंचित मात्र भी स्वार्थ नहीं था. हम सबको उनके बताये मार्गों पर चलने का संकल्प लेना चाहिए. कार्यक्रम का संचालन विश्वनाथ भंडारी ने किया. मौके पर मथुरा पासवान, हीरा प्रसाद, सुनील प्रसाद, अरुण कुमार, माणिक राम, सलीम अंसारीॉ, इस्लाम अंसारी व मुन्ना गुप्ता सहित अन्य उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है