गढ़वा.
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के केंद्रीय समिति सदस्य धीरज दुबे ने कहा है कि विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी को जनता की समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए, न कि जिला प्रशासन को भ्रमित करने और निशाना बनाने का प्रयास करना चाहिए. धीरज दुबे ने कहा कि भीषण गर्मी में विधानसभा की जनता के लिए समुचित बिजली और पानी जैसी बुनियादी व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए प्रयासरत रहना चाहिए, लेकिन विधायक इन मुद्दों पर गंभीर नहीं हैं. इसके बजाय वह आये दिन जिला प्रशासन के अधिकारियों को लेकर अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक अपनी जिम्मेदारियों से भाग रहे हैं और प्रशासन पर दोषारोपण कर जनता का ध्यान भटकाना चाहते हैं. विधायक का कर्तव्य है कि वह जनता की आवाज उठायें और समस्याओं का समाधान करे. लेकिन यहां तो वह प्रशासन पर दोष मढ़ने तथा उनके खिलाफ अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने में व्यस्त हैं. हादसों के पीड़ित को कोई सहायता नहीं दी : धीरज दुबे ने हाल ही में घटित दो दर्दनाक घटना की ओर इशारा करते हुए बताया कि हरैया गांव में चार बच्चियों और उड़सुग्गी गांव में चार बच्चों की डूबने से मौत हो गयी. इतने बड़े हादसों के बावजूद विधायक द्वारा पीड़ित परिवारों को कोई सहायता नहीं दी गयी. विधायक ने इन परिवारों के लिए एक शब्द सहानुभूति का नहीं कहा, बल्कि झूठे वादे और बयानबाजी में लगे रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है