गढ़वा.
जिला विधिक सेवा प्राधिकार गढ़वा के तत्वावधान में गुरुवार को देखभाल एवं संरक्षण की जरूरत वाले बच्चों को उनके मूलभूत वैधानिक अधिकार दिलाने और उनकी व्यक्तिगत पहचान स्थापित करने के उद्देश्य से साथी अभियान का शुभारंभ किया गया. इसके पूर्व जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सभा कक्ष में इस योजना के तहत आयोजित ओरिएंटेशन कार्यक्रम प्रारंभ किया गया. डीएलएसए सचिव निभा रंजना लकड़ा ने नवगठित यूनिट के सदस्यों को उनकी भूमिका के विस्तार से जानकारी प्रदान की तथा यह महत्वपूर्ण कार्य बाल हित में करने के लिए प्रेरित किया. उन्होने कहा कि वंचित और निराश्रित बच्चों को सरकारी कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने और उनके परिचय पत्र, आधार कार्ड और अन्य संबंधित दस्तावेजों का पंजीकरण आवश्यक है. इसी दृष्टिकोण से पूरे भारत में राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार के माध्यम से यह कार्यक्रम शुरू किया गया है. साथी योजना के तहत बाल अधिकार पर कार्यरत हित धारकों की एक यूनिट का गठन जिला स्तर पर किया गया है. पैनल के अधिवक्ता, जिला शिक्षा अधिकारी, विशेष बाल पुलिस इकाई, सिविल सर्जन, सूचना मित्र और बाल गृहों के पदाधिकारी इसके सदस्य हैं. इनके माध्यम से वैसे जरूरतमंद बच्चों को चिह्नित कर उनके लिए आवश्यक वातावरण और दस्तावेज तैयार किये जायेंगे. उन्होने बताया कि जिले में 26 मई से 26 जून तक एक माह तक सघन पहचान अभियान चलाया जा रहा है. इस दौरान बच्चों को मुख्यधारा से जोड़ने का कार्य किया जायेगा. पर्यावरण जागरूकता का संदेश : दूसरी और डीएलएसए ने विश्व पर्यावरण दिवस पर व्यवहार न्यायालय परिसर में डिस्ट्रिक्ट एंड सेशन जज वन दिनेश कुमार, न्यायिक पदाधिकारी अनुलिका कुमार, न्यायिक पदाधिकारी राजेंद्र कुमार तथा डीएलएसए सचिव निभा रंजन लकड़ा द्वारा पौधारोपण कर पर्यावरण के प्रति जागरूकता का संदेश भी दिया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है