गढ़वा.
गढ़वा शहर से सटे चेतना गांव में जिन चार बच्चों की डूबने से मौत हुई है, वे सभी मिट्टी निकालने से बने गड्ढे में स्नान कर रहे थे. बताया गया कि आसपास के क्षेत्रों में रेलवे ट्रैक का निर्माण किया जा रहा है. इसमें मिट्टी भरने के लिए जेसीबी व ट्रैक्टर के माध्यम से यहां से मिट्टी निकाली गयी है, जिससे यहां बड़ा सा गड्ढा बन गया है. उसमें पानी भरा हुआ था. इसी में डूबने से उड़सुगी के स्कूल टोला निवासी बाबूलाल राम चंद्रवंशी के पुत्र नारायण कुमार चंद्रवंशी एवं हरिओम कुमार चंद्रवंशी, संतोष राम चंद्रवंशी का पुत्र अक्षय कुमार चंद्रवंशी एवं अवधेश राम चंद्रवंशी के पुत्र लकी कुमार की मोत हो गयी. घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने गढ़वा सदर अस्पताल पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लेकर अंत्यपरीक्षण के लिए भेज दिया. इधर घटना की जानकारी मिलते ही एसडीओ संजय कुमार पांडेय, एसडीपीओ नीरज कुमार, अंचल पदाधिकारी शफी आलम, प्रखंड विकास प्राधिकारी कुमार नरेंद्र नारायण व थाना प्रभारी बृज कुमार घटना स्थल पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली. पहाड़ी व गड्ढे का वीडियो बनाने गये थे बच्चेबताया गया कि नारायण कुमार व उसका भाई हरिओम, लक्की कुमार एवं उसका बड़ा भाई 10 वर्षीय आयुष तथा अक्षय कुमार दोपहर में अपने घर से खेलने एवं मोबाइल लेकर वीडियो बनाने के लिए अपने घर से करीब एक किमी दूरी पर चेतना गांव स्थित पहाड़ी व गड्ढे की ओर गये थे. कुछ देर में जब उन्हें प्यास लगी, तो सभी बच्चों ने पहाड़ी से उतर कर उस गड्ढे के समीप आकर पानी पीया. इसके बाद अक्षय कुमार उसमें नहाने उतर गया. नहाने के दौरान ही अक्षय डूबने लगा, तब उसे बचाने के लिए पानी में उतरा नारायण भी डूबने लगा. इसके बाद लक्की, हरिओम व आयुष सभी बच्चे उन दोनों को बचाने के लिए पानी में कूद गये. लेकिन बहुत प्रयास के बाद उनमें से आयुष ही पानी से बाहर निकल पाया. जबकि चार बच्चे पानी में डूब गये.आयुष ने घर आकर दी जानकारीइसके बाद आयुष ने वहां से भाग कर अपने घर पहुंचा और परिजनों को चार बच्चों के डूबने के बारे में बताया. तब परिजनों सहित बड़ी संख्या में गांव के लोग वहां पहुंचे और बड़ी मशक्कत के बाद पानी भरे गड्ढे की तलहटी में फंसे चारों बच्चों के शव को बाहर निकाला. इसके बाद उन सभी को सदर अस्पताल लाया गया. यहां चिकित्सक ने चारों बच्चों को मृत घोषित कर दिया.
शादी के 20 साल बाद हुए दो संतान, दोने डूब गयेबच्चों की मौत की घटना से पूरा गांव मर्माहत है. बाबूलाल चंद्रवंशी के दोनों बेटों की मौत से उनकी दुनिया उजड़ गयी है. बताया गया कि बाबूलाल चंद्रवंशी की शादी के करीब 20 वर्ष बाद उसे नारायण कुमार के रूप में पहला संतान हुआ था. उसके दो वर्ष बाद हरिओम कुमार का जन्म हुआ. करीब 40 वर्ष की उम्र में दो पुत्र रत्न की प्राप्ति से उनके परिवार में खुशियां थी. बाबूलाल कैटरिंग मिस्त्री का काम करते हैं. मंगलवार को भी वह गढ़वा थाना क्षेत्र के महुपी गांव में किसी के घर शादी के मौके पर भोजन बनाने गये थे. लेकिन दोपहर में ही उन्हें दोनों बेटों के पानी में डूब जाने की सूचना मिली, तो वह सदर अस्पताल पहुंचे. यहां दोनों बेटों के शव देखकर वह फफक कर रो पड़े. वहीं उनकी पत्नी के चित्कार से पूरा माहौल गमगीन हो गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है