गढ़वा : शहर के प्रसिद्ध गढ़देवी मंदिर में साेमवार काे उस समय अजीबो- गरीब स्थिति उत्पन्न हो गयी, जब दूल्हा व उसके पिता बराती समेत शादी के मंडप से भाग गये. देर शाम तक मान-मनव्वल के बाद भी दूल्हा नहीं लाैटा, ताे लड़की पक्ष के लोग मायूस हाेकर अपने घर लौट गये. शादी के लिए सभी सामग्री भी जुटा लिये गये थे.
रंका के ढेंगुरु निवासी लड़की की विश्रामपुर के बाबूलाल साव के पुत्र दीपक प्रसाद के साथ शादी हाेनी थी. लड़की के पिता भोला साव ने बताया कि उसने लड़के के पिता को एक लाख 75 हजार रुपये दहेज पहले ही दे दिये थे.
आज के दिन गढ़देवी मंदिर में शादी की तारीख तय हुई थी. दोनों पक्ष के लोग पहुंचे भी थे. इसी बीच लड़के के पिता बाबूलाल ने दो लाख रुपये दहेज की मांंग की. कहा, पैसे नहीं मिले, ताे शादी नहीं होने देंगे. असमर्थता जाहिर करने पर लड़का व उसके पिता अन्य परिजनाें के साथ वहां से चले गये. शाम पांच बजे तक उन्हें मनाने का प्रयास किया गया, लेकिन शादी नहीं हो सकी. लड़की के पिता ने मामले को न्यायालय में ले जाने की चेतावनी दी है.
मामला फिर काेर्ट में ले जाने की चेतावनी : लड़का दीपक प्रसाद पर शादी का प्रलोभन देकर दुष्कर्म करने का मामला सीजीएम गढ़वा में दर्ज कराया गया था. इसके बाद मुखिया कृपा कुजूर की उपस्थिति में गांव में पंचायती की गयी थी.
तय हुआ था कि पांच अक्तूबर को पीड़िता के साथ दीपक की शादी होगी. दोनों पक्ष इस पर राजी हाे गये थे. लेकिन आज शादी नहीं होने के बाद लड़की पक्ष के लाेगाें ने मामले काे फिर अदालत में ले जाने की चेतावनी दी है. पुन: मामला दर्ज करने की चेतावनी लड़की पक्ष के लोगों ने दी है.