* पुलिस निरीक्षक पर पक्षपात करने के आरोप
* थाना प्रभारी को सात सूत्री मांग पत्र सौंपा
* सात घंटे बाद समाप्त हुआ रोड जाम
भवनाथपुर(गढ़वा) : भवनाथपुर थाना क्षेत्र के अरसली गांव से पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किये जाने के विरोध में ग्रामीणों ने एक घंटे तक थाना का घेराव किया तथा सात घंटे तक भवनाथपुर–नगरऊंटारी मार्ग को जाम कर दिया, जिसके कारण आवागमन बाधित होने से लोग काफी परेशान रहे. साथ ही भवनाथपुर साप्ताहिक बाजार भी प्रभावित हो गया.
गिरफ्तारी का कर रहे थे विरोध : समाचार के अनुसार अरसली निवासी डोमन चंद्रवंशी को पुलिस ने शनिवार की रात गिरफ्तार किया था. इस मामले में ग्रामीणों का कहना था कि शुक्रवार की रात नैमून बीबी नामक महिला की हत्या अज्ञात लोगों ने की है. इस मामले में मृतिका के नाती महबूब साह द्वारा गांव के ही डोमन चंद्रवंशी, मुन्ना चौरसिया, गुड्ड बियार तथा दो अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज करायी है.
ग्रामीणों ने पुलिस निरीक्षक नसरूल्लाह खान पर एक समुदाय के पक्ष में कार्य करने का आरोप लगाते हुए अरसली के मुखिया श्यामसुंदर गुप्ता व आजसू नेता जयराम पासवान के नेतृत्व में प्रखंड कार्यालय से पुलिस प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए थाना का घेराव किया. एक घंटे बाद सभी लोग थाना के समीप भवनाथपुर–नगरऊंटारी मार्ग को तथा खरौंधी मोड़ भी जाम कर दिया.
* दुकानें भी बंद करायी
ग्रामीणों ने भवनाथपुर व टाउनशिप की सभी दुकानों को बंद करा दिया. इस दौरान थाना प्रभारी बीके भगत जामस्थल पर वार्ता के लिए लगातार तीन बार पहुंचे. लेकिन जामकर्ताओं ने उनकी बात नहीं मानी. ग्रामीणों का आरोप था कि पुलिस निरीक्षक निर्दोष ग्रामीण को केस में फंसा रहे हैं. लेकिन वे ऐसा नहीं होने देंगे.
* थाना प्रभारी के आश्वासन पर जाम टूटा
थाना प्रभारी ने जामकर्ताओं को बताया कि डोमन को हत्या के मामले में नहीं, बल्कि एक ठेकेदार से रंगदारी मांगने के मामले में कांड संख्या 64/13 में गिरफ्तार किया है. उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया कि हत्या के मामले में हुई प्राथमिकी के आलोक में अनुसंधान के बाद ही कोई कार्रवाई की जायेगी.
इसके बाद अपराह्न् तीन बजे जाम हटाया गया. जाम हटाने के पूर्व लोगों ने सात सूत्री मांग थाना प्रभारी को सौंपा. इसमें डोमन को रिहा करने, पुलिस निरीक्षक को निलंबित करने, नैमून बीबी हत्याकांड की उच्चस्तरीय जांच कराने, घटनास्थल पर एसपी को बुलाने, कैलाश मिस्त्री की हुई हत्या की जांच करने, मुखिया पर लगे आरोपों की जांच करने आदि की मांग शामिल है.