आत्महत्या से पहले पत्नी से की थी बात
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भंडरिया निवासी राजेंद्र मिंज ने जम्मू में गोली मार कर आत्महत्या कर ली
आत्महत्या से पहले पत्नी से की थी बात भंडरिया : भंडरिया थाना के जमौती गांव निवासी बीएसएफ के जवान राजेंद्र मिंज की जम्मू कश्मीर में आत्महत्या किये जाने की खबर से उसके परिजनों के साथ ही गांववाले भी स्तब्ध हैं. राजेंद्र के पिता भागीरथी सहित घर के सभी सदस्यों ने इस बात पर आश्चर्य व्यक्त […]
भंडरिया : भंडरिया थाना के जमौती गांव निवासी बीएसएफ के जवान राजेंद्र मिंज की जम्मू कश्मीर में आत्महत्या किये जाने की खबर से उसके परिजनों के साथ ही गांववाले भी स्तब्ध हैं. राजेंद्र के पिता भागीरथी सहित घर के सभी सदस्यों ने इस बात पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि राजेंद्र मिंज को उस प्रकार का कोई तनाव नहीं था किउसे आत्महत्या करने की नौबत पड़े. परिजनों ने यहां तक कहा कि मंगलवार की रात करीब डेढ़ बजे(18 जून) राजेंद्र जब अपने कैंप में ड्यूटी में था, तो उसने अपनी पत्नी किरण से बात की थी.
पत्नी के मुताबिक उस समय उसका पति किसी प्रकार के तनाव में नहीं थे. काफी देर तक बातचीत में उन्होंने घर के सभी सदस्यों का हालचाल लिया था. गौरतलब है कि राजेंद्र की पत्नी किरण लकड़ा इस समय गर्भवती हैं. वह इस घटना के बाद विचलित हो गयी हैं. राजेंद्र के पिता भागीरथी प्रसाद ने कहा कि उन्हें बेटे के विषय में किसी तरह की आत्महत्या की बात नहीं बतायी गयी है. लेकिन बताया गया कि उनके बेटे के साथ अनहोनी घटना घटी है. बेटा का शव गुरुवार सुबह पांच बजे तक गांव पहुंचने को कहा जा रहा है.
उन्होंने बताया कि राजेंद्र हाल में ही 15 दिन की छुट्टी पर घर आया था. यहां आने के बाद उसे मलेरिया हो गया था. इस कारण वह देर से 10 जून को अपने ड्यूटी पर गया था. उन्होंने बताया कि उनके चार बेटे हैं. उसमें से एक बेटे की मौत पिछले 2009 में ही एक सड़क दुर्घटना में हो गयी थी. शेष तीन बेटों में राजेंद्र ही सिर्फ नौकरी करता था. बाकी के दो बेटे किसानी कर अपना गुजारा करते हैं. राजेंद्र की शादी नौकरी लगने से पहले ही हुई थी. राजेंद्र की दो बेटियां हैं. भागीरथी ने बताया कि राजेंद्र की मौत से वे समझ नहीं पा रहे हैं.
शव आने के बाद पूरी जानकारी मिल सकती है. बताया गया कि गुरुवार की सुबह तक उनके बेटे का शव गांव पहुंचेगा. कुछ समय पहले शव के दिल्ली में होने की बात बतायी गयी थी. वे लोग शव आने की प्रतीक्षा में है. इस बुढ़ापा में इस तरह की घटना से उनको काफी दुख हुआ है. उनके घर का सहारा ही छिन गया है.
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