एसजीवाएसवाइ योजना की जांच शुरू, माइक्रोलिफ्ट योजना में
गढ़वा : पलामू आयुक्त एनके मिश्र ने कहा है कि स्वर्णजयंती स्वरोजगार योजना से बनाये गये माइक्रो लिफ्ट योजना में प्रखंड स्तर से गड़बड़ी हुई है. आयुक्त सोमवार को उक्त मामले की जांच करने आये हुए थे. उनके साथ झारखंड के ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारी शिवेंद्र प्रसाद सिंह व विजय कुमार मिश्र भी शामिल थे. आयुक्त द्वारा यह जांच लोकायुक्त के निर्देश पर की जा रही है.आज वे जांच के पहले चरण में स्थानीय परिसदन में संबंधित प्रखंड के बीडीओ, बैंक अधिकारी से दस्तावेजों की जानकारी लेते हुए जांच पड़ताल की. अगले चरण में आयुक्त निर्माण स्थल का निरीक्षण करेंगे. दस्तावेजों की जांच के बाद उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में इस बात कि पुष्टि हुई है कि प्रखंड स्तर पर योजना में गड़बड़ी हुई है. योजना निर्माण के पूर्व प्रखंड स्तर से तत्कालीन बीडीओ द्वारा न तो जिला प्रशासन से स्वीकृति ली गयी और न ही उपायुक्त अथवा उप विकास आयुक्त को अवगत कराया गया. उन्होंने कहा कि इस मामले में उपायुक्त अथवा उप विकास आयुक्त स्तर पर गड़बड़ी के प्रमाण नहीं मिले हैं.
उन्होंने कहा कि उक्त योजना का निर्माण कुल लागत के 50 प्रतिशत अनुदान पर होना था. इसी अनुदान राशि में गड़बड़ी हुई है. उन्होंने बताया कि वर्ष 2008-09 व 2010-11 तक स्वर्ण जयंती स्वरोजगार योजना से 4.95 लाख की लागत से जिले के गढ़वा, डंडई व डंडा प्रखंड में कुल 55 योजना के निर्माण होने की बात कहते हुए राशि खर्च दिखाया गया है. उन्होंने कहा कि इसमें केंद्र सरकार द्वारा कुल राशि का 75 प्रतिशत व शेष 25 प्रतिशत राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराया गया है. आयुक्त ने कहा कि वे अपनी जांच रिपोर्ट लोकायुक्त को सौंपेंगे. इसके पूर्व उन्होंने गढ़वा बीडीओ रामनारायण खलखो, डंडई बीडीओ श्रवण राम, एडीबी के शाखा प्रबंधक अमित कुमार सहित अन्य संबंधित लोगों से पूछताछ करते हुए मामले की छानबीन की.