उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र के मामले में गढ़वा जिला काफी महत्वपूर्ण है़ वे यहां धान, दलहन एवं तिलहन जैसी फसलों का बीज उत्पादन करने की दिशा में काम करेंगे़ यदि यहां के किसानों को प्रशिक्षण व प्रोत्साहन दिया जाये, तो बहु फसलों के साथ-साथ बीज उत्पादन में भी गढ़वा जिला काफी आगे बढ़ सकता है़ यहां इतने बीज उत्पादन की संभावनायें हैं कि उसे दूसरे जिलों में भी भेजा जा सकता है़ उन्होंने कहा कि मौसम में बदलाव के अनुरूप कृषि में भी बदलाव करने की आवश्यकता है़ नयी पद्यति व बीजों के माध्यम से यहां कृषि को बढ़ाया जा सकता है़.
लेकिन हमें यह भी ध्यान रखने की जरूरत है कि इससे प्राकृत्रिक संसाधन जल, मिट्टी व जलवायु आदि को नुकसान न पहुंचे़ इनका बचाव व संरक्षण करते हुए खेती को बढ़ावा देने व उत्पादन बढ़ाने की जरूरत है़ इस अवसर पर डॉ अखिलेशचंद्र मिश्रा, डॉ विंध्याचल पासवान, डॉ सुषमा ललिता बाखला, डॉ बीडी यादव, सहायक सियाराम पांडेय, राकेश रंजन चौबे आदि उपस्थित थे़.