इसलिए नये गठित ट्रस्ट को वे स्वीकार नहीं करेंगे़ आमसभा में बोलते हुए नरेश सिंह ने कहा कि यहां विकास के नाम पर राजनीति करने की जरूरत नहीं है़ सतबहिनी मंदिर एवं पर्यटनस्थल आम लोगों से जुड़ा है़ यदि मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी इसका विकास करना चाहते हैं, तो नये ट्रस्ट को निरस्त करने के बाद आम सभा बुलाकर यह तय करें कि ट्रस्ट के पदाधिकारी कौन-कौन होंगे़ उन्होंने कहा कि विधायक होने के नाते श्री चंद्रवंशी सतबहिनी के अध्यक्ष बन रहे हैं, तो गढ़वा के विधायक कोगढ़देवी ट्रस्ट के अध्यक्ष क्यों नहीं बनाया गया है़ उसके अध्यक्ष भी श्री चंद्रवंशी कैसे हैं. इस अवसर पर सरकोनी पंचायत की मुखिया मीना देवी ने कहा कि यहां की जनता सतबहिनी का विनाश बर्दाश्त नहीं करेगी़ जिसे यहां का विकास करने की चाह है, वह सतबहिनी आये़ उपाध्यक्ष अरुण सिंह ने कहा कि मुखिया ने मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक सतबहिनी के विकास की गुहार लगायी थी. विशिष्ट स्थायी सदस्य अजय दुबे ने कहा कि धर्म व राजनीति एक साथ नहीं चल सकते.
उन्होंने कहा कि सतबहिनी के विकास के सवाल पर वे आम जनों के साथ हैं और अंतिम सांस तक साथ रहेंगे. समिति के सचिव पंडित मुरलीधर मिश्र ने कहा कि आम जनता के सहयोग से सतबहिनी का विकास हुआ है़ इसमें समिति के अध्यक्ष नरेश सिंह का उल्लेखनीय योगदान है. लेकिन बिना आम लोगों से रायशुमारी किये फर्जी ट्रस्ट गठित कर दी गयी है़ जिन्होंने 13 वर्षों में इसके विकास के लिए कुछ नहीं किया, वे आज सर्वेसर्वा बनना चाह रहे हैं.आमसभा का संचालन पीआर सिन्हा ने किया. इस मौके पर पर गढ़वा नगर परिषद के उपाध्यक्ष अनिल पांडेय,नवल किशोर तिवारी,भाजपा नेता सतीश यादव, अरुण सिंह, विनोद प्रसाद, बंसत दुबे, राजेंद्र तिवारी, नवल किशोर तिवारी, दामोदर प्रसाद मेहता, नंदलाल दुबे,प्रबोध सिंह आदि ने भी विचार रखे़