राजीव गांधी योजना (सबला योजना) के तहत गांव की किशोरियों जिनकी उम्र 11 से 14 वर्ष के बीच है, उनका पोषण करने के लिए पोषाहार के रूप में सूखा चावल, दाल, सोयाबड़ी, तेल, चीनी एवं आयरन की गोली का वितरण किया जाता है़ इसके अलावा इस योजना के तहत किशोरियों के बीच सेविका को प्रत्येक सप्ताह बैठक आदि करके उनके पोषण व बदलते उम्र से संबंधित जागरूक करना है़.
इस आदेश के आलोक में गढ़वा, मझिआंव, कांडी एवं भंडरिया परियोजना में संबंधित एसडीओ के माध्यम से इसकी जांच करायी गयी थी़ गढ़वा प्रखंड के आंगनबाड़ी केंद्र चिरौंजिया-वन, आंगनबाड़ी केंद्र नवादा-वन व आंगनबाड़ी केंद्र संख्या-तीन, आंगनबाड़ी केंद्र बघमनवा, मझिआंव परियोजना के आंगनबाड़ी गहिड़ी, आंगनबाड़ी केंद्र बूढ़ीखांड़, आंगनबाड़ी केंद्र आमर, भंडरिया परियोजना के आंगनबाड़ी केंद्र महुआटीकर, मदगड़ी, सखुआपानी, सनेया, टोटकी, कुटकु, रामर, बहेराखांड़, टेहरी, हेसातू, बीजपुर, कुल्ही, सरूअत जाकर वहां की भौतिक स्थिति की जांच की गयी थी़ जांच के दौरान कहीं भी पूरी तरह से पोषाहार का वितरण नहीं किये जाने की बात सामने आयी़ इसके आलोक में जांच कमेटी ने उपायुक्त से कार्रवाई की अनुशंसा की थी़