चिकित्सक द्वारा बेहोश पड़ी सुसुम कुमारी के इलाज नहीं किये जाने पर परिजनों ने हंगामा किया. हंगामा के बाद सूचना मिलने पर एसडीओ के निर्देश पर पहुंचे कार्यपालक दंडाधिकारी जयबिरस लकड़ा ने घटना के लिए अस्पताल प्रबंधन को जिम्मेवार ठहराया. उन्होंने अपनी उपस्थिति में बेहोश पड़ी सुसुम को बेहतर इलाज के लिए रेफर कराकर सदर अस्पताल गढ़वा भेजवाया.
Advertisement
तीन घंटे तक बेहोश रही सुसुम, नहीं थे चिकित्सक
वंशीधर नगर: स्वास्थ्य विभाग चिकित्सा व्यवस्था में बेहतर सुधार का दावा कर रही है, वहीं राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के गृह जिला मुख्यालय के अनुमंडल अस्पताल मे चिकित्सकों की लापरवाही के कारण इलाज कराने पहुंचे भवनाथपुर थाना क्षेत्र के झगड़ाखाड़ के बनसानी ग्राम निवासी मनोज राम की 10 वर्षीया पुत्री सुसुम कुमारी तीन घंटे तक […]
वंशीधर नगर: स्वास्थ्य विभाग चिकित्सा व्यवस्था में बेहतर सुधार का दावा कर रही है, वहीं राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के गृह जिला मुख्यालय के अनुमंडल अस्पताल मे चिकित्सकों की लापरवाही के कारण इलाज कराने पहुंचे भवनाथपुर थाना क्षेत्र के झगड़ाखाड़ के बनसानी ग्राम निवासी मनोज राम की 10 वर्षीया पुत्री सुसुम कुमारी तीन घंटे तक बेहोशी की हालात में पड़ी रही.
क्या है मामला : रात नौ बजे से सुबह नौ बजे तक अस्पताल के उपाधीक्षक आर दिवेद्वी का डयूटी था. लेकिन वे अपने डयूटी में नहीं थे. हालांकि अस्पताल परिसर में चिकित्सक शैलेंद्र वर्मा उपस्थित थे. लेकिन उन्होंने डयूटी नहीं होने की बात कह कर इलाज करने से इंकार कर दिया. घटना के बारे मे पीड़िता के पिता मनोज राम ने बताया कि वह भवनाथुपर से नगरऊंटारी आ रहे थे. इसी क्रम में उसकी पुत्री सुसुम कुमारी बेहोश हो गयी, जिसे इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल लाया, जहां चिकित्सक गायब थे. नौ बजे तक एक भी चिकित्सक इलाज के लिए नहीं आये थे. जब पुत्री की तबीयत ज्यादा बिगड़ने लगी, तो अस्पताल में आये चिकित्सक ने ऑक्सीजन नहीं होने की बात कर रेफर कर दिया.
जांच के बाद अव्यवस्था की पोल खुली: जांच के दौरान बेहोश पड़ी सुसुम कुमारी को इलाज के दौरान ऑक्सीजन नहीं होने का मामला प्रकाश में आया.अस्पताल में हंगामा के बाद पहुंचे चिकित्सक राहुल कुमार ने इलाज के दौरान कर्मियों से ऑक्सीजन मांगा, तो कर्मियों ने ऑक्सीजन नहीं होने की बात कही. आनन फानन में अस्पताल में ऑक्सीजन उपलब्ध कराया गया. इसके बाद सुसुम को ऑक्सीजन लगा कर सदर अस्पताल भेजा गया.
क्या कहते हैं कार्यपालक दंडाधिकारी : घटना के बाद पूछे जाने पर कार्यपालक दंडाधिकारी जयबिरस लकड़ा ने कहा कि लापरवाही बरतने के मामले में दोषी के विरुद्ध कार्रवाई के लिए अनुमंडल पदाधिकारी व जिले के उपायुक्त को लिखा जायेगा.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement