मुसाबनी. मुसाबनी आकांक्षी प्रखंड है. यहां कई विभाग प्रभार पर चल रहे हैं. इससे विकास के कार्य प्रभावित हो रहे हैं. सीओ का प्रभार डुमरिया के सीओ पवन कुमार संभाल रहे हैं. प्रखंड में यूसिल की बागजाता माइंस, एचसीएल की सुरदा, केंदाडीह व राखा कॉपर खदानें हैं. खनन क्षेत्र होने के कारण अक्सर औद्योगिक विवाद होता रहता है. जमशेदपुर की बीइइओ तेजिंदर कौर मुसाबनी प्रखंड की प्रभारी बीइइओ हैं. वह मुसाबनी की प्रभारी बीइइओ के साथ मुसाबनी के प्रभारी आरइओ के प्रभार पर भी हैं. तजिंदर कौर पोटका वन, पोटका टू, घाटशिला व चाकुलिया प्रखंड की बीइइओ के प्रभार में भी हैं. तजिंदर कौर आकांक्षी प्रखंड मुसाबनी की शिक्षा व्यवस्था के लिए कितना समय दे सकती हैं, इसका सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है.
सीडीपीओ का प्रभार संभाल रहीं बीडीओ:
सीडीपीओ का प्रभार बीडीओ संभाल रही हैं. प्रखंड पशु चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी, प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी, प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी, प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी, गोदाम प्रबंधक, आवास ऑपरेटर आदि पद भी प्रभार पर चल रहा है. प्रखंड कृषि पदाधिकारी का पद भी प्रभारी के भरोसे है. झारखंड बनने के बाद से ही प्रखंड कृषि पदाधिकारी का पद प्रभार पर चल रहा है. बीटीएम का पद भी प्रभार पर है. प्रखंड कृषि विभाग में दो जनसेवक पदस्थापित हैं. जिनके कंधों पर प्रखंड की 19 पंचायतों की जिम्मेदारी है.19 पंचायतों में से 13 में सचिव, बाकी प्रभार पर
प्रखंड की 19 पंचायतों के लिए 13 पंचायत सचिव पदस्थापित हैं. कई पंचायतों में प्रभारी पंचायत सचिव कार्यरत हैं. आकाक्षी प्रखंड मुसाबनी में सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में पदाधिकारी, पर्यवेक्षक एवं क्षेत्रीय कर्मियों की कमी की समस्या है. प्रखंड में अधिकांश विभाग प्रभारी के भरोसे संचालित हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

