पटमदा. बोड़ाम थाना क्षेत्र के मिर्जाडीह गांव के 16 आदिवासी परिवारों की भूमि बंदोबस्ती को लेकर मंगलवार को सीओ की अध्यक्षता में टाटा स्टील के अधिकारी व ग्राम प्रधान, पंचायत प्रतिनिधियों व जमीन मालिकों के साथ बैठक हुई. बैठक में आवेदनकर्ता व रैयत उमेश माझी समेत अन्य ग्रामीणों ने कहा कि पूर्व में आदिवासियों की 14 एकड़ 7 डिसमिल जमीन टाटा स्टील के नाम की गयी. उन रैयत आदिवासियों को वहीं जमीन दिया जाए, दूसरा जमीन उन्हें मंजूर नहीं है. सीओ रंजीत कुमार रंजन ने कहा की साल 2000 में तत्कालीन उपायुक्त द्वारा अनुमंडल पदाधिकारी धालभूमगढ़ को आदेश दिया गया कि रैयत आदिवासियों को वैकल्पिक व्यवस्था के तहत जमीन के बदले जमीन बंदोबस्ती दी जाए. अनुमंडल पदाधिकारी के निर्देश पर आलोक में बोड़ाम सीओ द्वारा कर्मचारी व अमीन को भेज कर 16 रैयत भूमिहीन आदिवासियों के लिए जमीन चिह्नित किया गया. टाटा स्टील के सुनील कुमार व अन्य अधिकारियों ने भी ग्रामीणों को काफी समझाने का प्रयास किया पर ग्रामीण एक नहीं सुनें. मौके पर सीआइ प्रशांत सरदार, पंचायत समिति सदस्य मेनका किस्कू, ग्राम प्रधान जॉनी किसको समेत काफी संख्या में गण्यमान्य लोग शामिल थे.
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