पटमदा.
पटमदा व बोड़ाम में धान की खेती ने इस वर्ष पिछले 10 वर्षों का रिकॉड तोड़ दिया है. पटमदा प्रखंड में 86.5 प्रतिशत व बोड़ाम प्रखंड में 84.7 प्रतिशत धान की रोपनी हुई है. इसके बावजूद कई जगहों में अब भी धान की रोपनी जारी है. पिछले दो माह से हो रही लगातार बारिश के कारण इस वर्ष किसानों ने दोन एक व दोन दो में सात प्रतिशत एवं दोन तीन में कहीं कहीं धान रोपनी का कार्य किया गया है. धान की रोपनी अधिक होने के कारण दलहन, मक्का एवं तेलहन की खेती कम हुई है. पटमदा प्रखंड कृषि पदाधिकारी देव कुमार ने कहा कि लगातार बारिश के कारण लहलहाता धान की खेत को देख क्षेत्र के किसान काफी खुश हैं. उन्होंने कहा कि बारिश के साथ-साथ धान की खेतों में सूर्य की रोशनी भी लगना जरूरी है. तभी जाकर सही खेती हो पाएगी. खेतों में धूप नहीं पड़ने व लगातार बारिश होने से धान के पौधों में कीड़े लगने का डर बना रहता है. उन्होंने कहा कि अच्छी बारिश के कारण पिछले 10 वर्षों में इस वर्ष सबसे अधिक धान की रोपनी हुई है.
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