जमशेदपुर.
झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से ली गयी मैट्रिक व इंटर की परीक्षा के उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन कार्य 12 अप्रैल से शुरू हो गया. जिला शिक्षा विभाग कार्यालय के अनुसार सोमवार तक अधिकांश शिक्षकों ने योगदान दे दिया है. इस बार स्थापना अनुमति प्राप्त स्कूल-कॉलेजों के शिक्षकों को मूल्यांकन कार्य से दूर रखा गया है. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के आदेश के आलोक में यह निर्णय लिया गया है. कॉपियों के मूल्यांकन में किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी न हो, इसे लेकर यह पहल की गयी है. गौरतलब है कि पूर्वी सिंहभूम जिले में मूल्यांकन के लिए कुल सात मूल्यांकन केंद्र बनाये गये हैं. सभी मूल्यांकन केंद्रों को लेकर विभागीय स्तर पर एसओपी जारी की गयी है. इसमें ब्लैक लिस्टेड शिक्षकों को किसी भी हाल में नहीं लगाया जाये, इसके लिए एक-एक शिक्षक की नियुक्ति पत्र की विभागीय स्तर पर समीक्षा की गयी. करीब 600 शिक्षकों से मूल्यांकन कार्य करवाया जायेगा. सीसीटीवी की निगरानी में उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य किया जा रहा है. शिक्षकों को एक बार मूल्यांकन केंद्र में इंट्री लेने के बाद उन्हें कॉपियों की जांच करने के बाद ही केंद्र से बाहर निकलने दिया जा रहा है. मूल्यांकन केंद्र के अंदर मोबाइल ले जाने की भी इजाजत नहीं है.मई के दूसरे सप्ताह में रिजल्ट जारी करने की तैयारी
जैक की ओर से तय समय से पूर्व रिजल्ट जारी करने की तैयारी की गयी है. पूर्वी सिंहभूम जिला शिक्षा विभाग की ओर से जैक को भेजे गये आठ मूल्यांकन केंद्रों के प्रस्ताव की जगह पर सिर्फ सात मूल्यांकन केंद्र बनाये गये हैं. इसमें चार केंद्राें पर मैट्रिक, जबकि तीन केंद्रों पर इंटरमीडिएट की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन हाेगा. मई के दूसरे सप्ताह तक मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट जारी किया जायेगा. वहीं मई के अंत में इंटर परीक्षा का रिजल्ट जारी करने की तैयारी है.यहां बना है मैट्रिक का मूल्यांकन केंद्र
– टाटा वर्कर्स यूनियन हाइस्कूल, कदमा– हिंदुस्तान मित्रमंडल उवि, गाेलमुरी
– विवेकानंद हाइस्कूल– संत मेरीज हिंदी हाइस्कूल, बिष्टुपुर
यहां बना है इंटर का मूल्यांकन केंद्र
-साइंस : गुरुनानक हाइस्कूल, साकची-कॉमर्स : साकची हाइस्कूल, साकची-कला : जेएसएस पीवीएम हाइस्कूल, सोनारीडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है