पोटका.
रंभा कॉलेज ऑफ फार्मेसी और रंभा कॉलेज ऑफ नर्सिंग के द्वारा 2 संकाय सदस्यों के साथ 52 नर्सिंग और फार्मेसी छात्रों के लिए पुरी और भुवनेश्वर की शैक्षिक यात्रा का आयोजन किया गया. इस यात्रा का उद्देश्य छात्रों के व्यावहारिक ज्ञान, सांस्कृतिक समझ और ओडिशा के पर्यावरणीय और ऐतिहासिक स्थलों के प्रति जागरूकता बढ़ाना था.पहले दिन, टीम ने नंदनकानन जूलॉजिकल पार्क का दौरा किया, जहां छात्रों ने विविध वनस्पतियों और जीवों को देखा और वन्यजीव संरक्षण के बारे में जानकारी प्राप्त किया. इसके बाद, खंडगिरि और उदयगिरि की प्राचीन गुफाओं का दौरा किया गया, जिससे ओडिशा के पुरातात्त्विक और ऐतिहासिक विरासत के बारे में मूल्यवान जानकारी मिली. विद्यार्थियों ने अपने पाठ्यक्रम संबंधित ज्ञान को समृद्ध करने के लिए एम्स भुवनेश्वर की भी यात्रा किया.दूसरे दिन, चिलिका झील, एशिया की सबसे बड़ी खारे पानी की झील, का दौरा किया गया. छात्रों ने कलिजाई मंदिर तक एक नाव यात्रा का आनंद लिया और झील के पारिस्थितिकी तंत्र, जैव विविधता और पर्यावरण संरक्षण के महत्व के बारे में जानकारी प्राप्त किया.तीसरे दिन, समूह ने पुरी के शंकर जगन्नाथ मंदिर का दर्शन किया. यहां उन्होंने ओडिशा की सांस्कृतिक और आध्यात्मिकता का अनुभव किया. इसके बाद, उन्होंने कोणार्क सूर्य मंदिर का दौरा किया, जो अपनी स्थापत्यिक उत्कृष्टता और यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के लिए प्रसिद्ध है. अंतिम दिन, लिंगराज मंदिर और धौली शांति स्तूप का दौरा किया गया, जहां छात्रों ने सम्राट अशोक के परिवर्तन और शांति के संदेश के ऐतिहासिक महत्व के बारे में जानकारी प्राप्त की. इस चार दिवसीय यात्रा ने छात्रों को यात्रा के दौरान सीखने के अनुभव प्रदान किए और टीम वर्क को भी मजबूत किया. इस शैक्षणिक यात्रा का सफलतापूर्वक आयोजन नर्सिंग फैकल्टी सदस्य मुनमुन मुक्ता , मोनिशा, नमानी, संध्या, रिया, और फार्मेसी विभाग के मानस मंडल दीपिका, समीक्षा और डॉ दिनेश कुमार, राधेश्याम केसरा के सहयोग से संपन्न हुआ.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

