धालभूमगढ़.
धालभूमगढ़ प्रखंड के नरसिंहगढ़ गांव के रायटोला में बीती रात दुर्लभ प्रजाति के जीव पैंगोलिन के अचानक मिलने से लोगों की भीड़ लग गयी. रात करीब 9 बजे पंचायत समिति सदस्य प्रदीप राय के घर के सामने पैंगोलिन की चहल-कदमी देखी गयी. शुरू में लोगों ने इसे सांप समझा, लेकिन तस्वीर खींचकर गूगल पर खोजने पर यह पैंगोलिन निकला. पैंगोलिन डायनासोर जैसा दिखने वाला एक छोटा और शर्मिला जीव है, जो छूने पर सिमट कर कुंडली मार लेता है. इसका शरीर मोटे कांटेदार चमड़े से ढका होता है, जो उसकी सुरक्षा करता है. यह जीव क्षेत्र में पहली बार दिखायी दिया. प्रदीप राय ने वन विभाग को सूचना दी, जिसके बाद सांप पकड़ने वाले शंकर कुंडू ने दस्ताने पहनकर पैंगोलिन को बोरे में बंद किया. वन विभाग की टीम में वनरक्षक विप्लव कुमार और कुलदीप महतो शामिल थे, जिन्होंने बताया कि यह प्रकार यहां सामान्य नहीं है, केवल गुड़ाबांदा के जंगलों में कभी देखा गया. पैंगोलिन की तस्करी बड़ी मात्रा में होती है और इसे नेपाल के रास्ते चीन भेजा जाता है. वन विभाग के कर्मचारियों ने आशंका जतायी कि इसे किसी ने पकड़ कर लाया होगा, जो किसी तरह बाहर निकल गया. देर रात तक लोग इसे घेरकर उसकी तस्वीरें लेते रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

