घाटशिला.
मऊभंडार स्थित कुतलूडीह के माझी अखाड़ा में बुधवार को ग्राम प्रधान पिथो हांसदा की अध्यक्षता में ग्राम सभा आयोजित हुई. दक्षिण पूर्व रेलवे परियोजना के तहत प्रस्तावित आरओबी (एलसी 123) निर्माण को लेकर आयोजित ग्रामसभा में काफी संख्या में रैयतदार और ग्रामीण शामिल हुए. ग्रामीणों ने कहा कि आरओबी बनने से स्थानीय लोगों की रोजी-रोजगार पर प्रतिकूल असर पड़ेगा. उन्होंने कहा कि ग्रामसभा की सहमति के बिना निर्माण कार्य की इजाजत नहीं दी जायेगी. इस दौरान आरओबी निर्माण का विरोध करने का निर्णय लिया गया.एसडीओ कार्यालय में हुई त्रिपक्षीय वार्ता को असंवैधानिक बताया
बैठक में 30 अगस्त को एसडीओ कार्यालय में रैयतदारों की अनुपस्थिति में हुई त्रिपक्षीय वार्ता की कड़ी निंदा कर इसे असंवैधानिक बताया. साथ ही 5वीं अनुसूची क्षेत्र मऊभंडार कुतलूडीह के अधिकारों का उल्लंघन करने वाले संबंधित कर्मियों और अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात कही. बैठक में यह भी मांग उठी कि यदि आवाजाही की सुविधा बढ़ानी है, तो रेलवे अपनी जमीन पर ही काशिदा या गोपालपुर की तर्ज पर विकल्प उपलब्ध कराये. ग्रामीणों ने कहा कि पूर्व में एचसीएल/आइसीसी कंपनी को सड़क निर्माण के लिए जो जमीन दी गयी थी, उसका सरकार विधिसम्मत अधिग्रहण करे और कंपनी प्रभावित रैयतदारों को रोजगार देना जारी रखे.बुड़ामारा-चाकुलिया रेल लाइन को लेकर ग्रामसभा आयोजित
बहरागोड़ा.
बहरागोड़ा प्रखंड के गम्हरिया में बुधवार को ग्राम प्रधान बनमाली नायक की अध्यक्षता में ग्रामसभा आयोजित हुई. ग्रामसभा में दक्षिण पूर्व रेलवे लाइन की परियोजना बुड़ामारा से चाकुलिया रेलवे लाइन व रेलवे के लिए भूमि अधिग्रहण पर चर्चा हुई. इस दौरान ग्रामीणों की सुरक्षा और रेलवे द्वारा भूमि अधिग्रहण का उचित मुआवजा देने के लिए ग्रामसभा में प्रस्ताव रखा गया है. साथ ही जिन ग्रामीणों का घर रेलवे द्वारा अधिग्रहण में लिया जा रहा है, उन्हें समुचित जगह पर विस्थापित करने के लिए प्रस्ताव रखा गया. ग्राम वासियों को अधिग्रहण को लेकर किसी प्रकार की कोई आपत्ति नहीं है. मौके पर खड़गपुर रेलवे सब डिवीजनल इंजीनियर अदिति मारना, अंचल कर्मचारी दिनेश दास, ग्राम प्रधान रणजीत मुंडा, सुभाष मुंडा आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

